कभी तो देखो इन आँखों में कितनी चाहत छुपी है,
कब तक उलझे रहोगे सिर्फ़ मीठी-मीठी बातों में।
✨
- आदि..™-
Disappearing for the time immemorial
मैं जानता हूँ, मेरी राहों में,
अक्सर ही होती हैं कुछ भूलें।
चाहूँ कि सब कुछ सँवरे, पर,
अंत में उलझ ही जाते हैं धागे।
कभी ज़ुबाँ फिसल जाती है ऐसे,
कि बाद में मन भर आता है ग्लानि से।
आसपास के स्वर भी ऐसे उठते,
कि चाह कर भी चुप रह न पाता हूँ मैं।
जवाब देने की बेबसी में अक्सर,
बिखेर देता हूँ सब कुछ जो बना था।
शायद इसीलिए राहें मेरी सूनी हैं,
कोई हमसफ़र साथ चल न पाता है।
अकेला ही शायद ठीक हूँ मैं अब,
न होगी किसी को मेरी वजह से पीड़ा।
माफ़ करना मुझे, गर अनजाने में भी,
किसी के दिल को पहुँचा हो दुख थोड़ा।
🙃
- आदि..™
-
"Tumhe Chhodna Mera Sabse Behtar Faisla Tha"
( She said )
🙃
- adii..™-
एक इंतज़ार का आलम है,
कुछ अधूरी सी कहानी।
जैसे किसी पैगाम का हो राह तकना,
या किसी आवाज़ के आने का हो सपना।
आँखों में एक ठहराव है, सोचों में गहरायी,
शायद किसी मुलाक़ात की है घड़ी न आई।
ये ख़ामोशी भी कहती है एक दास्तान,
किसी के लौट आने का है दिल को गुमान।
बैठी है तन्हा, पर निगाहें हैं कहीं और,
ये इंतज़ार भी है एक एहसास का दौर।
❤️🩹
- आदि..™-
नीला अंबर, बिखरे बादल हल्के हल्के,
जैसे यादें तैर रही हों पलके पलके।
😊
- आदि.. ™
-
"रिश्तों की उलझन में खो गए हम,
अब तो खुद से भी बात करने का मन नहीं करता।"
🙃
- आदि..™-
भीड़ में भी अकेला, खुद से ही बातें करता हूँ,
दुनिया के शोर से दूर, खामोशी में रहता हूँ।
🧎
- आदि..™-
बड़ी खालीपन सी है जिंदगी में,
दिल में एक गहरी बेचैनी की हलचल है।
🧎
- आदि..™-
"सब अपने जीवन में आगे बढ़ने
के लिए मुझे छोड़ जाते हैं,
और मैं उनके इंतज़ार में रह जाता हूँ...
क्या मेरा इंतज़ार करना ही मेरी नियति है?"
🧎
- आदि..™-
"सबने अपने सपने साकार किए,
हम रह गए बस हौसला देने को।
ज़िंदगी की उलझनों में सब आगे बढ़े,
हम रह गए बस सहारा बनने को।"
🙌
- आदि..™-