Aditya Singh, Somvanshi   (Aditya Somvanshi ❤️)
15 Followers · 2 Following

read more
Joined 3 March 2018


read more
Joined 3 March 2018
23 JUL 2021 AT 22:03

उन्होंने कहा कि "कुछ लिखते क्यों नही मेरे लिए"
जबाब में मैंने बोला कि -
" तुम खुद एक वो किताब हो जिसे पढ़नें में मज़ा आ रहा"

-


1 OCT 2020 AT 14:44

Khuli hi chhod rakhi h maine,
Jise Jo achha lgta h padh Leta h

-


8 JUL 2020 AT 21:44

कि तू मेरे साथ रहे।
रूह की जरूरत है,
कि तू मेरे पास रहे।।

-


14 JUN 2020 AT 19:53

किसी के साथ खुश रहना है तो,
सामने वाले को हमेशा मतलबी समझो
सच कह रहा कभी दुख नही होगा।

-


5 MAY 2020 AT 16:20

लिखना आसान लगने लग जाएगा,
किसी से सच्चा इश्क़ तो करियेगा।
आप टूट भी सकते है इसमे,
बस इस बात को दिल में रखियेगा।।

-


5 MAY 2020 AT 16:11

मैं तो आशिक हूँ साहब जज्बातो को भीतर समेटता हूँ।
और अपने दिल के दर्द को पन्नो पे उकेरता हूँ।

-


23 APR 2020 AT 22:09

वैसे तो बहुत नाम था मेरा,
दो घूट क्या पिये बदनाम हो गए।

-


29 MAR 2020 AT 21:27

तुम्हारा अलविदा कहना,
वो एक लम्हा ही तो था,
जो मुझे ताउम्र के लिए गुमनाम कर गया।

-


24 MAR 2020 AT 22:21

किसी ने कहा कुछ लिखो उनके लिए भी,
मैंने कहा बिल्कुल, अभी कुछ अश्क और बाकी है
बहने को,बहने के बाद
कुछ क्या, पूरी किताब लिखेंगे सिर्फ उनके लिए ही।।

-


20 MAR 2020 AT 6:21

तुम वेबफा ही सही,
पर थे बड़े कमाल के।

-


Fetching Aditya Singh, Somvanshi Quotes