दुनिया की भीड़ में मेरी हंसी खो गई,
मैं जिसके सपने देखता था वो किसी और के सपने देख कर सो गई,
कि ये उपरवाले तुझसे तो बस एक शख्स मांगा था,
क्या बताऊँ दोस्तों वो भी किसी और की हो गई...!-
IN A REL... read more
कमबख्त जिंदगी RCB की टीम की तरह हो गई है,
कोशिश करने के बाद भी जीत ही नहीं पा रहे है...!-
आज लड़ रहे है खुद से कल को बेहतर होने की आशा ही तो है,
कभी इधर कभी उधर भटके जा रहे है उम्मीद लेकर फिर भी निराशा ही तो है,
ढूँढ रहे है सुकून मन का लेकिन फिर भी हम हताशा ही तो है,
यार जिंदगी और कुछ नहीं तमाशा ही तो है...!-
वो क्या है ना कि
एक वक्त के बाद,
खुद को गलत ठहरा कर,
कहानी से निकल गए हम...!-
हासिल तो तु मुझे पहले भी नहीं थी,
और खोया मैंने तुझे आज भी नहीं है...!-
ना जाने क्यूँ
उसके छोड़ जाने के बाद तड़प तड़प के मैं रोया,
जबकि बेहतर की तलाश में बेहतरीन तो उसने खोया...!-
ओये सुन
तु मेरे हाथ का छोड़ा हुआ परिंदा है,
मुझे पता है तेरी उड़ान कहाँ तक है...!-
काश एक ऐसा कबाड़ी वाला भी आता,
जो हर दिवाली से पहले आकर,
कबाड़ के साथ-साथ टूटा दिल और
पुरानी यादों को भी अपने साथ ले जाता...!-
ओये सुनो
इस दिवाली से पहले
घर के कुड़े-कचरे निकालने के साथ-साथ
अपने दिल दिमाग में किसी और के प्रति भरे ईष्या द्वेष और नफरत को भी घर के कचरे के साथ ही निकाल फेंकना,सदैव खुश रहोगे...☺-
जब दिल उदास हो
और दिमाग अशांत हो
तो दुनिया की रौनकें भी
जहर लगती है...!-