मां आप चिंता न करो में कलेक्टर बिटिया ज़रूर बनूंगी
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पिता सूर्य की भांति है थोड़ा गर्म (कठोर) तो अवश्य है लेकिन उनके होने से ही आपका प्रकाश हैं
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ज़रूरी नहीं हर एक घर की स्थिति एक जैसी हो लेकिन आपके सपनों का रास्ता एक जैसा जरूर है वो है मेहनत
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जब आपको लगे अब में न कर सकती अब तो पक्का हारी
तो एक बार सच्चे मन से बोलना जय श्री बांके बिहारी-
धर्म का कार्य करवाकर भी बुरे बन जाते हैं, सबको पार लगाकर भी खुद श्राप सह जाते हैं,लोग पूंछते है मोहन धैर्य कहां से लाते हो,जब सब बदल सकते थे तो महाभारत क्यों करवाते हो,अरे यह भी पूंछ लो मोहन से राधा का वियोग क्या सह पाते हो,लोगों की तो सुन लेते हो अपनी किसे सुनाते हो, हे माधव यह धैर्य कहां से लाते हो -
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जो व्यक्ति अपने से बड़ों का सम्मान करता है ये दुनिया कभी उसका अपमान नहीं करती 🙏
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चिंता करोगे तो मिलेगी बीमारी और अगर चिंतन करोगे तो मिलेंगे बांके बिहारी
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अब न आशा है पाने कि अब न निराशा है तुम्हे खोने की अब बस जिज्ञासा है जीवन जानने की
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अब न फिक्र है तेरी न आने का इंतजार, क्योंकि याद किया तुम्हे हजारों बार
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