शहर सोता है कहाँ
यहाँ जागता है हर कोई
अब कहाँ इन मुर्दों की बस्ती में
चांद ताकता है कोई?-
बस ज़हन मे आए शब्दों को
स्याही से सवार देता हूँ।💞📝
शहर सोता है कहाँ
यहाँ जागता है हर कोई
अब कहाँ इन मुर्दों की बस्ती में
चांद ताकता है कोई?-
मैं गंगा के घाट सा
तुम जल की शीतल धारा।
दो पल तुम रुक जाओ सही
रह ना जाए कही मिलन अधूरा हमारा।-
खट्टी मीठी यादों में
खोकर
अक्सर ठंडी हो जाए
बातों की गर्माहट से
वो चाय भी मुझको भाए
ऐसी है मैरी
तुम संग चाय — % &-
When you share your secret to your sibling. And tell them not to share with anyone.
Inner voice in them:
— % &-
मेरे हाथ का बना खाना सभी को जबरदस्ती ज्यादा सर्व करने के बाद मैं -
-
When my bestfriend shares his tatti talent and force me for feedback...
Me:-