बहते हुए को साहिल का किनारा मिला।
-
जिदंगी चलती है जैसे कोई रेल,
मिले जो दिल को कोई मेल,
हो जाये दिल यूँ ही फेल।-
Roller coaster rides.
Which take down in the dark lane of your memory ward.-
उसे,
मेरी भीगी पलकों का छाँव मिले।
करे याद जो वो मुझे तो,
उसके शहर में मेरी यादों के,
बरसात ना मिले।
-
उत्पीड़न भी,
विज्ञान के "mass of conservation " के नियम को मानता है।
जो,जितना उत्पीडित हुआ,
वो उसे स्वंय तक सीमित नहीं रखा ।
और ,
उस क्रिया को विज्ञान की ही भाषा में,
Mental disorder कहते हैं।-
कुछ सुबह यूँ ही होना चाहिए,दिन भर खुशियाँ समेटते रहो।
जब अपने प्रियजनो, बड़ों और छोटों का आशीर्वाद,प्यार समेटते हुए ,
आखें,मन और अंगुलियां खुशियों से झरने लगे।
अपनो का साथ ही इसे खुशगवार बनाता है,नहीं तो क्या है ही किसी एक दिन में या कैलेंडर में।
पता नहीं इतने प्रेम लायक हूँ भी या नहीं लेकिन स्नेह मिलने से खिल जाती हूँ।
आप सबका प्यार,दुलार और आशीर्वाद मिलता रहे,ये सिर नतमस्तक रहेगा,आभार रहेगा। आज,कल और हमेशा।-