मेरे हमसफर
रात गुजर जाती है
Last seen देखते हुए
कभी आँखें बंद होती है
तो कभी खुली ही रह जाती है
नींद तो खो सी गई है
बातें बहुत है करनी
कुछ उन्हें हमसे
तो कुछ हमें उनसे
अनकही है पर कही सी है
इंतजार रहता है हर पल
एक संदेश का ..ताकि
किसी बहाने बात बढ़े
और इसी इंतजार में ;
मेरे हमसफर
रात गुजर सी जाती ।-
आजकल अकेले होने का प्रचलन काफी प्रसिद्ध है।
क्या यह शत् प्रतीशत सत्य है ?
इस विषय में मेरे कुछ विचार हैं.....
हम चाहे ईश्वर को गुरु बनाए या किसी वस्तु अथवा पेड़-पौधे, वनस्पतियों
से लगाव रखें या फिर पशु-पक्षी एवं इंसान से प्रेम करें या भूतकाल को संजोए चाहे खुद से मोह ही क्यूँ ना हो !!
अकेले कोई नहीं होता...संभवतः वचन देते हैं एवं संबंध बनते हैं ।।
— % &-
A secret which is like a life /home /world to her.
The feeling and thought that completes her and gives a lot of happiness which can also be referred as *Happiness of wholesome*
'What secret' ?— % &-
| यादें |
कुछ कड़वी तो कुछ मीठी,
कुछ दर्दनाक तो कुछ हसीन।
कुछ सबब दे जाती हैं,
तो कुछ जीने की नई आस ।
कुछ आँसुओं का सैलाब लाती हैं,
तो कुछ किलकारियाँ जैसी खुशी ।— % &-
I'm like a moon surrounded by parent's love like countless stars.
{WoRThiEsT GiFt }
Now I can correlate :-
• 0ur misbehaviour = (अमावस्या) painful
• Moon wandering in a cloudy sky = loneliness
-
।मुक्ति।
मकान तो खरीद लिए बहुत, मैंने
फिर भी एक घर को तरसूँ मैं।
पैसे तो बहुत कमा लिए , मैंनें
अब अपनों को तरसूँ मैं ।
मुकाम मुक्म्मल तो कर लिया , मैंने
अब खुद को तरसूँ मैं।
हर मंदिर-मंदिर भटक लिया , मैंने
फिर भी मुक्ति को तरसूँ मैं ।
-
। बुरा ख्वाब ।
कई पहेलियों के बीच कहीं गुम थी
निकल नही पा रही थी ;
या...निकलना आता नहीं था ,
खुद से भाग रही थी ..या
सामना कर नहीं पा रही थी ।
अरसों बाद खुद को ख्वाब में देखा,
सच वो थी ...या
मुखौटा मैंने पहन रखा है ।
कुछ पल के लिए ...यूँ लगा
वो ख्वाब मुझे आईना दिखा गया
और मैं सिसक पड़ी ।
फिर वो "ख्वाब" आखिर में "बुरा" बन गया ।।
-