Ek to menu ki pata pyar ki hunda hai Doja meri khatir uska dil runda hai Sadi gali na aa kudiye, man ja kehna Sade seene vich ab dil nhi, jigar rehnda hai
बहुत फर्क है दोस्त तेरे और मेरे हालातों में बो जो समझ रहे है खुदको सिकंदर × 2 कभी ट्यूशन लेने आते थे हम से रातों में यह अपनी तरक्की की चका चौंध मुझे मत दिखा बहुत फर्क है दोस्त तेरे और मेरे हालातों में में हूं स्वाभिमानी मुसीबतों की बारिशों में अकेला खड़ा तू है नाज़ुक बेह जाएगा बिन छाता बरसा़तो में ।।
इस दुनिया में किसी व्यक्ति विशेष का सम्मान नहीं है सम्मान है तो पद , पैसा ,और पॉवर का, यह होने पर ही लोग आपकी इज्जत करेंगे अपने स्वार्थ को लेकर आपसे संबंध रखेंगे और कई चाटूकरिता की मिसाल भी पेश करेंगे ।।