तू नहीं है अब अपने घर में फिर भी तेरा ख़्याल रहता है
शादी हो गया तो क्या तू ख़ुश है न हमेशा ये सवाल रहता है-
Writing a poem, shayari and song lyrics
Live in kolkata ( city of... read more
ज़िंदगी मुश्किलों से भरी उफ़ क्या कहना
कभी दुःख तो कभी सुख चुप क्या कहना-
अंधेरें को रौशनी से बचा कर रखना चाहिए था मुझे
आख़िर वो मेरा अकेला तन्हाई था-
है थोड़ा ग़म पर हँस लेना है
मुश्किलों से हमें सबक लेना है
चाहें कोई भी दौर हो जीवन का
ख़ुशिया सदा लपक लेना है
बारिश रोक देती धूप का आना
उन बूंदो का महक लेना है
फ़लक में तारों का टिमटिमाना
ज़मीन से एक झलक लेना है
सुख दुःख का साथी है साथियों
बुरे वक़्त में थोड़ा धैर्य रख लेना है-
कम हो जाता है मिलना
यहां तक कम हो जाती है बात
दोस्ती हमेशा बनी रहती है
चाहें बग़ैर मिले गुज़र जाए कई रात-
समुंद्र मंथन तुझसे जुड़ा है तेरे बिना सब व्यर्थ है
तूने हलाहल पी सृष्टि को दिया जीने का अर्थ है-
शिष्य जीवन म बूंद बूंद ज्ञान होवै सागर।
नित गुरु कृपया ज्ञान देहु त होवै उजागर।।-
रोज़ रात को जगा देता है
तेरी याद जब रुला देता है
कोशिश तुझे भुलाने की
दिल क्यूँ इश्क़ लगा देता है
बदलता मोहब्बत का अदा
बंदे को अपने में समा देता है
ज़माने को ये नज़र ना आता
प्यार का साथ कहां देता है
मना हो जैसे ख़ुशियों का
दुःख सुख को भुला देता है
पानी अब मेरे आँखों में है
दर्द कहां कभी दवा देता है-
मैदान पर कुछ भी हो सकता ये होनी कहता है
क्रिकेट का अच्छा फिनिशर सब धोनी कहता है-