जीवमात्र कर्म करने के लिए स्वतंत्र है, और यह ब्रह्माण्ड उसके कर्म में सहायक है। परंतु ब्रह्माण्ड उदासीन है, वह न आपके शुभ कर्म को देखता है, और न ही अशुभ कर्म को। वह बस आपकी सहायता में तत्पर रहता है। यह आपको निर्णय करना है कि आप शुभ करें या अशुभ, क्योंकि आप इसके लिए स्वतंत्र हैं।
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जिस घर के सदस्य एक-दूसरे की परवाह करते हैं, वह घर परिवार कहलाता है, अन्यथा वह एक मकान है, जो पास रहते हुए भी बड़ी दूर लगता है।— % &
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दिन उजाला लाता है,
उसे फैलाता है, निखारता है, और
अंत में समेट कर चला जाता है।
रात अंधेरा लाती है,
उसे फैलाती है, गहराती है, और
अंत में समेट कर चली जाती है।-
अहंकार का पहाड़ और
ज्ञान का सर्वोच्च शिखर
दोनों ऊंचे हैं, परंतु
पहला, दूसरे को अपने से नीचा देखता है, और
दूसरा, दूसरे को अपने समान देखता है।
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Teachers give
the
Gift of Education
which
remains lifelong.
Happy Teacher's Day
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The main purpose of the Human Birth is to break the boundary of growth and enjoy the abundance of possibilities.
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लोग समझना सीखते हैं, समझाना नहीं।
ज्ञान हो जाना बड़ी बात नहीं है, दूसरे को ज्ञान करा देना बड़ी बात है।
गुरू तो सभी बनना चाहते हैं, परंतु गुरूत्व की कला कोई नहीं सीखता।
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I am Right, You are Wrong
(Root of Quarrel)
You are Right, I am Wrong
(Way to Peace)-
मिल गया! मिल गया!! मिल गया!!!
कोरोना का कारगर इंजैक्शन
यह इंजैक्शन लगाने से कोरोना हमेशा के लिए गायब हो जाता है।
ये लो जी, मैंने तो लगा लिया
काहे को रोना-