तुम मुझे प्यार सिखाने आये हो,
मैं प्यार करना नहीं चाहता।
तुम पलभर की हंसी देने आये हो,
मैं सदियों तक रोना नहीं चाहता।
आंखों से आंसू बेतहाशा निकले हैं,
अब बेवजह आंसू बहाना नहीं चाहता।
तुम मुझे प्यार सिखाने आये हो,
मैं प्यार करना नहीं चाहता।
किसी से कोई उम्मीद रखना,
फिर किसी से कोई बांदा करना।
ये सब करना मेरे बस की बात नहीं,
प्यार भरी रातें मेरी किस्मत में नहीं।
हमने इन आंखों से वो मंजर देखा है,
हाथों में खंजर और अपना कहते देखा है।
अब किसी पे कोई भरोसा नहीं होता,
खुद से ज्यादा गैरों पे भरोसा करके देखा है।
~Abneesh Kashyap
You Tube Channel ~ Abneesh Kashyap
-