वो दौलत भी किस काम की, जो दिलों को तोड़ दे,
जिससे रोटी तो आए, पर रिश्ते भूखे रह जाएं।
आबिद, कमाई बड़ी नहीं, कमाया हुआ सुकून बड़ा है,
वरना तो लुटेरे भी ख़ज़ानों से लदे रहते हैं।-
आवाज-ए-हक़ के लिए लगाता रहूँगा सदा !!
एक ऐसा सफ़र...
जहाँ तन्हाई कोई कमज़ोरी नहीं,
बल्कि ख़ुद-शिनासी की एक नई मंज़िल है।-
अब जब वक़्त से बात करता हूँ,
तो जवाब आता है —
तू अकेला नहीं, तू 'आबिद' है...
वो जो ज़ख़्मों को भी जज़्बा बना देता है,
और तन्हाई को भी तालीम का ज़रिया!"-
साँप का ज़हर तो सिर्फ़ जिस्म को नुकसान पहुँचाता है,
मगर मुनाफ़िक़ की फितरत रूह तक ज़हर घोल देती है।-
कुछ लोग उस मौसम की तरह होते हैं,
जो कब बदल जाए,
कोई भरोसा नहीं कर सकता।-
मजबूरियाँ भी इंसान को रंग बदलने पे मजबूर करती हैं,
वरना कौन अपने असली चेहरे से मुँह मोड़ता है।-
"रमज़ान का रुख़्सत होना अफ़सोस की बात नहीं, अफ़सोस तो तब है जब हम इसकी बरकतों से महरूम होकर दोबारा ग़फ़लत की राह पर चल पड़ें!"
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"नजासत कपड़े को लगे या कपड़ा नजासत को, नापाक कपड़े को ही होना है।
इसलिए नजिस लोगों से दूर रहो और नेक़ों की सोहबत इख्तियार करो।"-
एक ज़रा सी बात पे बरसों के याराने गए !
अच्छा हुआ कुछ लोग तो पहचाने गए !!-
If you had destroyed someone life,
Wait for your turn,
It's Loan You have to pay with full interest-