अभिषेक सिंह   (बेक़सूर)
1.5k Followers · 557 Following

Read, comment ,share

And don't forget to live the current moment
Joined 1 December 2016


Read, comment ,share

And don't forget to live the current moment
Joined 1 December 2016
22 NOV 2024 AT 17:51

अजब ये दोगलापन है मुझमें मेरी ही खातिर....
जीना भी चाहता हूँ और मौत की दुआ भी मांगता हूँ....

-


17 NOV 2024 AT 16:52

शायद बदसूरत नहीं था मैं इतना भी....
बस देखने वालों ने जताया था उम्रभर....

-


16 NOV 2024 AT 15:18

कहाँ मनाता है शोक कोई
मरने वाले के लिए
शोक तो मनाया जाता है
दिखाने के लिए
उन सबको जो जिंदा हैं

-


22 DEC 2022 AT 13:43

जागते जागते गुजर जाती हैं बड़े शहरों की रातें...
अधूरे ख्वाबों से रोज नजरें मिलाना आसान नहीं होता....

-


21 DEC 2022 AT 23:45

मेरे साथ ये जिंदगानी बिताने के ख्वाब बुनती कोई....
मेरे साथ बैठकर बस मेरी खामोशी को सुनती कोई...
दिलाती यकीन के , हूँ मैं भी प्यार करने के क़ाबिल....
ख्वाइश थी के मुझे,बस मैं होने के लिए चुनती कोई...

-


29 SEP 2022 AT 19:13

मत आना मेरी तरफ गर देखो मेरा दिल टूटते हुए....
साफ था वो हमेशा कांच सा,कहीं चुभ न जाए तुम्हें....

-


16 SEP 2022 AT 22:31

You clear you B.E. exams just before getting NFT from college

-



जबसे जुबां नज़्म,आंखें आपकी शराब हुई होंगी...
जानें कितनों की नींदें उस रोज से खराब हुई होंगी...
अंदाजा लगाएं भी तो,क्या लगाएं उसकी शामों का..
जिसकी सियाह जिंदगी का आप चराग हुई होंगी....

-



ये सोच के कर दिया रुखसत मेहमानों को आज फिर...
परेशान होगी तन्हाई,मुझे गैरों से बातों में मशगूल देखकर...

-



हम तन्हाई में लिखते रहे,वो बस खामोशी से पढ़ती रही....
दरिया के किनारों सी ये दास्ताँ,यूं ही मुसलसल चलती रही..

-


Fetching अभिषेक सिंह Quotes