खुशी गर बहुत हो तो शोर मत मचाना
क्योंकि
गम बहुत कच्ची नींद सोता है..-
अभिषेक "लखनऊ वाले"
(©जज्ज़बात)
11 Followers · 2 Following
Joined 5 April 2018
16 APR AT 17:20
1 APR AT 22:56
फिर नहीं मिलेंगे जो एक बार गए
साया-ए-जिंदगी को पहचान लीजिए
फिर करते रहना तमाम उम्र याद उनको
जीते जी तो उनके अरमान दीजिए-
1 APR AT 22:49
दीवारें छोटी थी लेकिन पर्दा होता था
ताले की ईजाद से पहले सिर्फ भरोसा होता था...-
14 MAR AT 21:36
मैल अगर मन में होता तो खेलते होली
बात रंगों की थी इसलिए परहेज किया....-
7 MAR AT 1:33
हम सब गलत बस "उसे" छोड़कर
भरोसा जो "काफिर" पर उसे 100 प्रतिशत का है-
28 FEB AT 8:46
घटित हो रहा है जो पढ़ा था कभी कुछ
समझे जिन्हें बस कथा ,काव्य थे हम
जीवन की सच्चाई का आईना है
समझे जिन्हें बस कथा काव्य थे हम......
"ढोल", "गवार","शूद्र","पशु", "नारी"
सकल "ताड़ना" के अधिकारी-
1 FEB AT 22:13
क़ासिद पयाम -ए - खत को देना बहुत न तूल
बस मुख़्तसिर ये कहना के
आंखे तरस गईं
कहना गलत गलत तो छुपाना सही सही
क़ासिद कहा जो उसने
बताना सही सही......
बताना सही सही.....-