तुम्हारी याद – आए तो आँख ना लगे सपने में आए तो आँख ना खुले -
तुम्हारी याद – आए तो आँख ना लगे सपने में आए तो आँख ना खुले
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माना,तुम्हारे आवाज़ का यह जादू है,जो किया दिल पर काबू है;बिना सुने ना रह पाता हूं,सुनते ही तुझमें खो जाता हूं। -
माना,तुम्हारे आवाज़ का यह जादू है,जो किया दिल पर काबू है;बिना सुने ना रह पाता हूं,सुनते ही तुझमें खो जाता हूं।
मेरे ख्वाबों में आती तुम,तुम्हें अपना समझता मैं;मेरी तकदीर में ना तुम,पर यूं गवा ना सकता मैं। -
मेरे ख्वाबों में आती तुम,तुम्हें अपना समझता मैं;मेरी तकदीर में ना तुम,पर यूं गवा ना सकता मैं।
अब हर एक मुकाम ख़ुद में ही तय हो गए;पहले थे "हम" और अब "मैं" हो गए। -
अब हर एक मुकाम ख़ुद में ही तय हो गए;पहले थे "हम" और अब "मैं" हो गए।
माना कि बहुत रिश्ते हैं, दोस्त हैं, यार हैंसबने सबको आजमाया है;सबका साथ होते हुए भी,मैंने हमेशा ख़ुद को तनहा पाया है। -
माना कि बहुत रिश्ते हैं, दोस्त हैं, यार हैंसबने सबको आजमाया है;सबका साथ होते हुए भी,मैंने हमेशा ख़ुद को तनहा पाया है।
दुनिया की कुछ बातें तुमसे अब ज़रूरी हो गई,तुझमें और समय में इतनी दूरी हो गई;बीना चांद के चांदनी कैसी?अब तो रातें तुम्हारे बिना अधूरी हो गई। -
दुनिया की कुछ बातें तुमसे अब ज़रूरी हो गई,तुझमें और समय में इतनी दूरी हो गई;बीना चांद के चांदनी कैसी?अब तो रातें तुम्हारे बिना अधूरी हो गई।
इश्क़ के मोतियों को पिरोता जा रहा हूं;अपनों से बीछड़ता,शान्त,दूर औरमौन होता जा रहा हूं। -
इश्क़ के मोतियों को पिरोता जा रहा हूं;अपनों से बीछड़ता,शान्त,दूर औरमौन होता जा रहा हूं।
एक हसीं, एक नशा, एक ख़्वाब हो तुम;बिना पिए जो चढ़े ऐसी शराब हो तुम। -
एक हसीं, एक नशा, एक ख़्वाब हो तुम;बिना पिए जो चढ़े ऐसी शराब हो तुम।
मिल बैठ के एक साथ कुछ ख़्वाबों को सिया तुमने,एक शानदार खुशनुमा पल को जिया तुमने।मोहब्बत में दोस्ती नहीं जनाब;बल्कि,दोस्ती में मोहब्बत किया तुमने। -
मिल बैठ के एक साथ कुछ ख़्वाबों को सिया तुमने,एक शानदार खुशनुमा पल को जिया तुमने।मोहब्बत में दोस्ती नहीं जनाब;बल्कि,दोस्ती में मोहब्बत किया तुमने।
गर्दिश में डूबा एक सितारा हूं;कुछ अपनों का हूं,कुछ तुम्हारा हूं। -
गर्दिश में डूबा एक सितारा हूं;कुछ अपनों का हूं,कुछ तुम्हारा हूं।