ओ रे सूरज तूने कितने सपने छीन लिए -
ओ रे सूरज तूने कितने सपने छीन लिए
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वो मुझसे मेरा ठिकाना पूँछता है हवा से भला कोई आशियाना पूँछता है -
वो मुझसे मेरा ठिकाना पूँछता है हवा से भला कोई आशियाना पूँछता है
चंद लकीरें तय कर देंगी किस्मत मेरी !इतनी मुफलिसी फिर बेकार कमाई मैंने(तप्त चंदन) -
चंद लकीरें तय कर देंगी किस्मत मेरी !इतनी मुफलिसी फिर बेकार कमाई मैंने(तप्त चंदन)
मेरा सत्य खरीदो मत तुमझूठ बहुत चमकीले हैंसूखा पन्ना ध्यान से पकड़ोलफ्ज़ अभी भी गीले हैं -
मेरा सत्य खरीदो मत तुमझूठ बहुत चमकीले हैंसूखा पन्ना ध्यान से पकड़ोलफ्ज़ अभी भी गीले हैं
मुझे लिखना मिटाना थामहज़ किस्सा फ़साना थाअरे अब छोड़ दो उनकोकहाँ तुम थाम के बैठेवो लम्हें थे फ़कत लम्हेंतुम्हें लगता जमाना था(तप्त चंदन) -
मुझे लिखना मिटाना थामहज़ किस्सा फ़साना थाअरे अब छोड़ दो उनकोकहाँ तुम थाम के बैठेवो लम्हें थे फ़कत लम्हेंतुम्हें लगता जमाना था(तप्त चंदन)
काश का समंदर उम्मीद की कश्तीलड़ती ही रही है इंसान की हस्तीटूटे हुए तारों को भी अरमान बतातीवाह रे तेरी दुनिया वाह रे तेरी बस्ती(तप्त चंदन) -
काश का समंदर उम्मीद की कश्तीलड़ती ही रही है इंसान की हस्तीटूटे हुए तारों को भी अरमान बतातीवाह रे तेरी दुनिया वाह रे तेरी बस्ती(तप्त चंदन)
कयामत रात की होती तो गुजर जाती सो जाता वो और भूख मर जाती दिन की रौशनी में कहाँ छिपती वो उसकी बदहाली भला किधर जातीतमाम दावों से घिरा बैठा थातमाम नारे उसी के हक़ में थेवो मुत्मइन था कि अभी जिंदा हैसाँसों के इशारे जो उसके हक़ में थे -
कयामत रात की होती तो गुजर जाती सो जाता वो और भूख मर जाती दिन की रौशनी में कहाँ छिपती वो उसकी बदहाली भला किधर जातीतमाम दावों से घिरा बैठा थातमाम नारे उसी के हक़ में थेवो मुत्मइन था कि अभी जिंदा हैसाँसों के इशारे जो उसके हक़ में थे
उठा के रख दो ये कागज़कलम को सूख जाने दोमुझे हर्फों में पढ़ता हैजरा उसको सताने दो -
उठा के रख दो ये कागज़कलम को सूख जाने दोमुझे हर्फों में पढ़ता हैजरा उसको सताने दो
कुछ लिख गया कुछ कह गयापर बहुत कुछ रह गया......न रख सकी कलम उसेन होंठ पर वो आ सकानिगाह का सबब था वोनिगाह से ही बह गया.....(तप्त चंदन) -
कुछ लिख गया कुछ कह गयापर बहुत कुछ रह गया......न रख सकी कलम उसेन होंठ पर वो आ सकानिगाह का सबब था वोनिगाह से ही बह गया.....(तप्त चंदन)
मुझको मेरी कहानी में खुद की तलाश हैअगल बगल कहीं वो मेरे आस पास हैदिखता भी रहा हूँ मैं लिखता भी रहा हूँबस साँस साँस है बस प्यास प्यास है -
मुझको मेरी कहानी में खुद की तलाश हैअगल बगल कहीं वो मेरे आस पास हैदिखता भी रहा हूँ मैं लिखता भी रहा हूँबस साँस साँस है बस प्यास प्यास है