मेरा आदि तुम्हीं, मेरा अन्त तुम्हीं
ख्वाबों में रहोगी, जीवनपर्यन्त तुम्हीं।।
मेरी जीत तुम्हीं, मेरी हार तुम्हीं
मेरा सबकुछ हो, सरकार तुम्हीं।।
मेरी ताकत हो तुम्हीं, कमजोरी भी तुम्हीं
इस जीवनरुपी पतंग की, एकमात्र डोरी भी तुम्हीं।।
मेरा लक्ष्य तुम्हीं, भटकाव भी तुम्हीं
मेरा शहर तुम्हीं, मेरा गाँव भी तुम्हीं।।
मेरी सुबह तुमसे, मेरी शाम भी तुमसे
मेरा नाम भी तुमसे, थोड़ा बदनाम भी तुमसे।।
मेरे शब्द तुम्हीं, मेरा ज्ञान तुम्हीं
मेरा प्रेम तुम्हीं, मेरे प्राण तुम्हीं।।
मेरी जज़्बा तुम्हीं, मेरा जुनून तुम्हीं
मेरी श्वास, हृदय और खून तुम्हीं।।
मेरी भक्ति तुम्हीं, मेरी शक्ति तुम्हीं
मेरी आँखें हैं बस तकती तुम्हें।।
मेरी खुशी तुम्हीं, मेरा गम भी तुम्हीं
मेरे हर एक दर्द का, मरहम भी तुम्हीं।।
मेरे शब्द तुम्हीं, मेरी भाव तुम्हीं
इस जीवनरूपी पहिए का, एकमात्र ठहराव तुम्हीं।।
Abhi 💗✍️
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