बहुत अर्से के बाद मिले थे वो लोग, उनकी तीखी बातों ने नफरत पैदा कर दिया | -
बहुत अर्से के बाद मिले थे वो लोग, उनकी तीखी बातों ने नफरत पैदा कर दिया |
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बहुत वादे किए थे उन्होंने, उपरवाले ने उन्हें ही बुला लियाlवादों के घेरे में घिरा हुआ हूँ,पूरा करूँ?लेकिन किसके लिए.... I -
बहुत वादे किए थे उन्होंने, उपरवाले ने उन्हें ही बुला लियाlवादों के घेरे में घिरा हुआ हूँ,पूरा करूँ?लेकिन किसके लिए.... I
जाओ भुला दिया उसे ऐ जिंदगीकह देना उनसेवो मोहब्बत का भावना रखे ना रखे, हम नफरत की धरना कयामत तक रखेंगे I -
जाओ भुला दिया उसे ऐ जिंदगीकह देना उनसेवो मोहब्बत का भावना रखे ना रखे, हम नफरत की धरना कयामत तक रखेंगे I
खामोश हूँ..डर लगता है, कहीं उनकी रूह हमारे सीने से ना सवाल कर ले😶धड़क क्यूँ रहे हो..अभी भी कुछ बचा है क्या? -
खामोश हूँ..डर लगता है, कहीं उनकी रूह हमारे सीने से ना सवाल कर ले😶धड़क क्यूँ रहे हो..अभी भी कुछ बचा है क्या?
There is no negotiations in love.Whatever it costs buy it and frame it in your life. -
There is no negotiations in love.Whatever it costs buy it and frame it in your life.
बहुत अर्से के बाद मिले थे वो लोग...उनकी तीखी बातों ने.. नफ़रत पैदा कर दिया | -
बहुत अर्से के बाद मिले थे वो लोग...उनकी तीखी बातों ने.. नफ़रत पैदा कर दिया |
छोटे शहर के अखबार जैसा हूँ मैं जनाब...हर पन्ने को अहमियत देता हूँ..सायद इसलिए चुप रहता हूँ | -
छोटे शहर के अखबार जैसा हूँ मैं जनाब...हर पन्ने को अहमियत देता हूँ..सायद इसलिए चुप रहता हूँ |