#Abhishek *Pandey(बिहारी)   (Pandeyji)
3.3k Followers · 6.4k Following

read more
Joined 23 June 2020


read more
Joined 23 June 2020

तेरे सम्मोहन में बंधा हूँ मैं"

तेरे चेहरे की शांत रेखाएँ,
मानो कोई जादू रचती हों चुपचाप।
तेरी आँखों की गहराइयों में,
हर बार डूब जाता हूँ बेमाप।
@Mabhii

-



कमियाँ सबमें होती हैं ..
.. मुझ’में भी है, ‘बस तुम्हारी’ .. !!
@Mabhii🤎

-



होश की क्या बातें करती हो,
बहकाती भी तो तुम ही हो।।
@Mabhii

-



मन करता है तेरी साँसों में समा जाऊं,
तुम्हारे दिल के करीब रहना चाहता हूँ।
तुम्हारी आँखों में प्यार की गहराई देखूं,
तुम्हारे साथ जिंदगी गुजारने का सपना देखूं।

तेरी साँसों की गर्मी महसूस करना चाहता हूँ,
तुम्हारे दिल की धड़कन सुनना चाहता हूँ।
तुम्हारे प्यार में खो जाना चाहता हूँ,
तुम्हारे साथ जिंदगी गुजारने का वादा करता हूँ।
@Mabhii


-



मैं खुद को तुमसे माँग रही हूँ ,
मुझे इश्क है तुमसे हर बार कह रही हूँ ,

तुम्हारे लिए ही मैं हर पल रौ रही हूँ ,
मुझे क्यो इश्क है तुमसे ये तुमसे पूछ रही हूँ ,

तुम्हें किसी और के साथ देख मैं जल रही हूँ ,
तेरे इश्क में मैं खुद जल रही हूँ ,

तुम्हारे दिल में थोडी सी जगह माँग रही हूँ ,
इस दुनियाँ में मेरे साथ तेरा साथ चाह रही हूँ ,

मैं खुद को तुमसे माँग रही हूँ ,
मुझे इश्क है तुमसे हर बार कह रही हूँ ..

🙂M@bhii

-



तेरे नाम के सजदे मे,
मेरी इबादत बोलती है,

तेरी खामोशी मे...
मेरी मोहब्बत बोलती है ...! !

रिश्ता ये कैसा है तेरा मुझसे....
जिंदगी तेरी और कलम मेरी बोलती है..!!!

-



सुनो
एक काम करना,
थोड़ी सी मिट्टी लेना
उससे दो प्यारे से दोस्त बनाना
इक_तुझ_जैसा_एक_मुझ_जैसा
फिर उनको
तुम तोड़ देना

फिर उस मिट्टी को मिला कर दोबारा दो दोस्त बनाना
इक तुझ जैसा_एक मुझ जैसा
ताकि तुझमे_ कुछ-कुछ मै रह जाऊँ
और मुझमे कुछ_कुछ तुम रह जाओ

कुछ तुम जैसा कुछ मुझ जैसा❤️

-





Through laughter and tears, we'll stand as one,
Together forever, under the same sun.
We'll dance in the rain, and bask in the light,
Our love will shine, through day and night.

In every moment, we'll find our way,
Through life's ups and downs, we'll face each day.
With every breath, our love will grow,
Forever and always, our hearts will glow.

-



खयालों का समंदर है गहरा,
तुम्हारी यादें लहराती हैं।
दिल की गहराई में बसी,
तुम्हारी मुस्कान समाती है।

हर लहर पर तुम्हारा नाम,
हर बूंद में तुम्हारी याद।
इस समंदर में खोकर,
तुम्हारे प्यार में डूब जाते हैं।

(शीर्षक पढ़े)

-



नाट्यशास्त्र की वाणी अमृतमय,
भरत मुनि की रचना अनुपम।
रस और भाव की व्याख्या करती,
नृत्य, नाटक की कला को प्रेरित करती।

अंगिक, वाचिक, सात्विक, आहार्य,
चार प्रकार के अभिनय की बातें।
स्थायी भाव और संचारी भाव,
रसों की उत्पत्ति का मूल स्रोत।

नाट्यशास्त्र की शिक्षाएं अनमोल,
कलाकारों के लिए मार्गदर्शक।
भाव और रस की अभिव्यक्ति में,
नाट्यशास्त्र की महत्ता अपरंपार।

@Mabhii

-


Fetching #Abhishek *Pandey(बिहारी) Quotes