तुमने तो ग़ज़ल है लिख डाला
पी पीकर बिस विष का प्याला
लय इसकी कौन भला समझे?
समझे न कोई भोला भाला
जिस जिस के दिल में चोट लगी
उन सबकी ग़ज़लें रही सगी
कितनी टूटी प्रेमी माला?
समझे न कोई भोला भाला
मुस्काकर तुमने दर्द कहा
के दर्द दर्द सा नहीं रहा
क्यों भला जाइए मधुशाला?
समझे न कोई भोला भाला-
Real is rare fake is everywhere!!💯👌
Never Trad... read more
रंगों की नुमाइश दुनिया की
है ख़ाक वफ़ा इस दुनिया की।
तबियत से बारिश हो ऐसी
सब वफ़ा वफ़ा ही धुल जाए
चेहरे का चेहरा मिट जाए
सच, सच होकर उभरा आए
वो वफ़ा वफ़ा की मूरत है
ये नज़र वजर धोखा खाए
सच खुलने से डर वर लगता
के सांस वांस न उड़ जाए-
तेरे मेरे नयन अब इक रूप से होने लगे
मुझमें तू और मैं तुझी में जाने क्यों खोने लगे
रात ये तारे गगन के टिमटिमाते हैं सतत
यू लगे के दीपशिख दो एकीकृत होने लगे-
रंगों की नुमाइश दुनिया की
है ख़ाक वफ़ा इस दुनिया की।
तबियत से बारिश हो ऐसी
सब वफ़ा वफ़ा ही धुल जाए
चेहरे का चेहरा मिट जाए
सच, सच होकर उभरा आए
वो वफ़ा वफ़ा की मूरत है
ये नज़र वजर धोखा खाए
सच खुलने से डर वर लगता
के सांस वांस न उड़ जाए-
तुमने अनसुना कर दिया मुझे
किसी बहम में शायद
या फिर मैं लायक नहीं
तुमसे बात करने के
सचमुच मैं पहले खुद को
नहीं समझता था उस काबिल
फिर भी अकताकर गलती कर दी
और तुमसे पूछ बैठा
कोई बे मतलब की बात
मेरे अकेले पन ने
मुझे पत्थर बना दिया था
जिससे तुमने जो मौके दिए
उसे न समझ सका
और जो भीड़ तुम्हें मेरे साथ दिखती है
वास्तव में उसमें मेरा कोई नहीं है।-
हरे हरे खेतों में पत्ते
फिर से उग जाने पर
मन के मीत प्रीत की खातिर
आना होगा तुझको घर
चहिए मुझको हरी चुड़ियां
सावन के आने पर
पैसा पैसा करता रहता
दूर दूर बैठा बस रहता
तेरे मेहनत के पैसे
मैं खर्च करूंगी इधर उधर
हरी चुड़ियां चहिए मुझको
सावन के आने पर-
Neither love is blind
Nor it too easy find
Go deep into dence
Then you get a chance
Thousands of efforts
Most probably It hurts
Stories are never new
Escapers are very few
Even sometimes get worst
As the magma hit the crust
Get to yourself
For your good wills
Thing you Die for
Be aware love kills-
A reader first reads the words and then imagines
But the writer moves from imagination to pen, to words-
हंसती हो तो मै खुश रहता
कहती तुम कुछ, मैं कुछ कहता
ऐसे पल फिर न आयेंगे
मुझको तो बस ये भय रहता
कैसे अब जज्बात कहूं मैं
कैसे आगे साथ रहूं मैं
दिल न टूट जाए, ये सहसा
हंसती हो तो मै खुश रहता
उठो आज टूटे हर सपना
गैर हुआ पर लगता अपना
बार बार अहसास दिलाती
बातों बातों में समझती
अपना नहीं बनाती मुझको
बहकी हो तुम मैं भी बहका
हंसती हो तो मै खुश रहता-
Don't judge me I'm damm pure to my fate
and the things I handle. it's my work ethics.-