दिन बीत तो गये पर मानों ज़िन्दगी वहीं ठहरीं सी है । -
दिन बीत तो गये पर मानों ज़िन्दगी वहीं ठहरीं सी है ।
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जहां रहस्य है वहीं भ्रम पैदा होता हैंजहां भ्रम है वहीं आस्था जन्म लेती हैं -
जहां रहस्य है वहीं भ्रम पैदा होता हैंजहां भ्रम है वहीं आस्था जन्म लेती हैं
मैं और तुम दो समानांतर रेखा से -
मैं और तुम दो समानांतर रेखा से
तेरे यादों की पुर्व संध्या की तस्वीरें झांकती मेरे मन के आंगन में -
तेरे यादों की पुर्व संध्या की तस्वीरें झांकती मेरे मन के आंगन में
तुम शुन्य न हो पाएमैं अनन्त ना हो पाया। -
तुम शुन्य न हो पाएमैं अनन्त ना हो पाया।
जब पता था उनका जाना कितना करीब हैफिर भी रहना उनके करीब कितना मुश्किल है -
जब पता था उनका जाना कितना करीब हैफिर भी रहना उनके करीब कितना मुश्किल है
कुछ लम्हें गुज़र जाएं तो बेहतर है नज़र अंदाज़ करना भी इनको मुश्किल है -
कुछ लम्हें गुज़र जाएं तो बेहतर है नज़र अंदाज़ करना भी इनको मुश्किल है
मेरे बिस्तर का वो किनारामेरे मन का सुकून ढूंढता -
मेरे बिस्तर का वो किनारामेरे मन का सुकून ढूंढता
मैं खोया रहाउस की छिपीं मासुमियत में -
मैं खोया रहाउस की छिपीं मासुमियत में
लोगों की पहोंच से दूर लोग और जगह हमेशा ही अच्छे होते हैं । -
लोगों की पहोंच से दूर लोग और जगह हमेशा ही अच्छे होते हैं ।