जब उम्र थोड़ी बढ़ जाती है
और सोचा होता है
उससे ज्यादा हारने लगते हो..
तब समझ आता है ये
असल जिंदगी है लेकिन
हारने में एक मजा है
बहुत सारे अनुभव पास होते है
और वो अनुभव सिखातें है की
कदम संभाल कर उठाने चाहिए...-
इन बदलती दुनियां में किसी के उतने ही रहो
जीतना वो तुम्हारा है किसी के बारे में उतना ही सोचो
जीतना वो तुम्हारे बारे में सोचता हों..-
आज के समय में
यदि कोई ज़्यादा ही अच्छा हो तो
लोगों को लगता है कि
वो दिखावा कर रहा है...-
यूं ही कभी कभी झूठ बोल लेना चाहिए,
कि तुम्हारी याद आ रही है,
माँ के पूछने पर झूठ ही कह देना चाहिए कि खाना खा लिया
और पापा को भी,
कि हाँ अभी पैसे हैं,
दोस्तों से कि भाई तेरे लिए जान हाजिर
झूठ उतने भी बुरे नहीं होते जितने किताबों में लिखे हैं
सच कहूँ तो कुछ झूठ अच्छे होते है जो इंसान को जिंदा रहने की ताक़त और हिम्मत देते हैं यक़ीन करो झूठ बुरे नहीं होते है शायद ये कुछ सच से ज़्यादा अच्छे होते है..-
कुछ गाने भी न मन में धँस से जाते हैं, लगता है की इससे सटीक गाना आज तक कभी बना ही नहीं,
इसे लिखने वाला भी होगा इस दुनिया का जरा सा उदास आदमी, या वो भी होगा जिद्दी अपनी तरह,
और इसको गाने वाले की आखों में भरा होगा प्रेम भरपूर.
बिना किसी उम्मीद के,
जो चाहता हो की उसको मिल जाए बस थोड़ा सा अपनापन
या फिर एक हाथ जो उसको किसी भी हाल में ना छोड़े
प्लेलिस्ट में हजारो गाने पड़े होने के बावजूद स्क्रोल करो तो उंगली उसी गाने पर जा के रुकती है.
पता नहीं क्यूँ मगर लगता है हर किसी ने एक खास गाना चुना होगा किसी खास के लिए मेरी तरह
ख़ैर,,शुभ रात्रि-
कभी कभी आपका पैसा,
सक्सेस पर्सनैलिटी मायने नहीं रखता है....
मायने रखता है तो किसी का
आपसे बात करना..
किसी का गले लगाना...
किसी अपने का जो जरूरत पड़ने पर
आपकी हर भावनाओं को समझे
और आपके हर सुख दुःख में शामिल हो,,-