Life = Chaos
Live it or Leave it-
Bo... read more
बेकार की चीज़ थी,
जिद्द करके छोड़ दी।।
वो करने लगे बराबरी,
मैंने रीस करके छोड़ दी।-
लम्हें खर्च कर के रिश्ते कमाए थे।
वो गिरवी रख आए उन्हें चंद लम्हों के लिए।।-
बेफ़िक्र तू बिखर हर शूल पर निखर।
कर प्रखर यह शिखर, यह तेरी डगर!!-
कलम मोड़ स्याही से एक बात चली।
क्या कमाया ये कशमकश दिन रात चली।।
फिजूल ही बीता समय ज़िंदगी का मोहब्बत कमाने में, नफ़रत हमें खैरात मिली।-
किसी का दिल दुखे ऐसा करार मत करना।
इश्क़ एक बार हो जाये तो बार बार मत करना।।
करना किसी के भी हाल ऐ दिल पर यकीं।
मैं ठीक हुँ कोई मुस्कुरा कर कह दे तो ऐतबार मत करना।-
बंजर ज़मीन पर लाके पटक दिया मुझको।।
कुछ इस तरह उसने झटक दिया मुझको।
मेरे दर्द को मेरी जिद्द समझा उसने।
फ़िर तन्हा कहीं छोड दिया मुझको-
तुमसे तुम्हारे बारे में बात ना करू तो बात ही नहीं होती।
तुम्हारी आवाज सुने बिना मेरी रात नहीं होती।।
तुम आती हो ख्वाबों में।।
पर मिलकर भी तुमसे मुलाकात नहीं होती।-
आदत कहूँ तुझे तो तौहीन होगी तेरी।।
जरूरतों का दर्जा ही कुछ और होता है।-