जान की वेराईटी होती है साहब, एक गरीबों की और एक अमीरों कीएक बेमोल हैदुजा अनमोल हैएक की चली जाए तो फर्क नहीं पड़तादुजे की चली जाए भुचाल भी कम पड़ता! - भटकती आत्मा
जान की वेराईटी होती है साहब, एक गरीबों की और एक अमीरों कीएक बेमोल हैदुजा अनमोल हैएक की चली जाए तो फर्क नहीं पड़तादुजे की चली जाए भुचाल भी कम पड़ता!
- भटकती आत्मा