Abhishek Gautam   (Gautamabhishek)
33 Followers · 6 Following

Inner topics writer...
Joined 2 September 2020


Inner topics writer...
Joined 2 September 2020
28 FEB AT 8:48

बदनाम कर लिया करते हैं मुझको अक्सर।
बदनाम कर लिया करते हैं मुझको,
अक्सर अपना नाम बचाने वाले।।
और,
ख़्वाबों में आते-जाते तुम्हें किसी ने देखा तो नहीं।
कि, ख़्वाबों में आते-जाते तुम्हें किसी ने देखा तो नहीं,
यहाँ हर ओर बैठे हैं, इल्जाम लगाने वाले।।

-


11 FEB AT 21:39

बदल जाती है शख्सियत यहाँ लोगों की,
दिल्ली के मौसम की तरह।
और,
चाहते हैं हम कि,
वो ताउम्र अंटार्टिका जैसे रहें।।

-


24 JAN AT 23:43

वादों को भी जो भूल जाए,
ज़बान का मिसाल वो देता है।
और,
उसके दिए वादे पे, जिसको वो भूल गया,
उसका हमराही रो देता है।
कितनी अजीब फ़ितरत होती है इंसानों की,
जिसकी यादों को संभाल के रखता है जीवन भर,
उसी शख्स को किसी दरमियाँ खो देता है।।

-


17 JAN AT 16:59

नया साल~पुराना साल.....
कुछ लोगों से बना है रिश्ता,
और बहुतों से बिगड़ गया।
जैसे-तैसे, करते-धरते,
यह साल भी गुजर गया।।
कुछ लोगों को मिली है जन्नत,
कुछ का घर भी उजड़ गया।
किसी ने बनवाया, सुंदर सा महल,
खुब गुलिस्ताँ सजवाई।
इक महल के कारण लेकिन,
कितनों का चमन उजड़ गया।।
इक लड़की को देखा मैनें,
कह रही थी किस्मत चमक गया।
उस लड़की के कारण ही, पर,
दूजी का प्रियतम बिछड़ गया।।
किसी के माथे, चढ़ी थी सिंदूर,
किसी के सर से उतर गया।
कुछ लोगों का बना है रिश्ता,
पर, कुछ का तो बिगड़ गया।
जैसे-तैसे, करते-धरते,
यह साल भी गुजर गया।।

-


5 DEC 2023 AT 8:20

उनके, मुझे देखने से,
जो, आ जाती है चेहरे पे रौनक।
उन्हें लगता है फिर,
कि मरीज़ का हाल अच्छा है!!

-


10 AUG 2023 AT 17:47

Whether it be TRUE or NOT,
We all must should have a DREAM,
which seems IMPOSSIBLE to us...

-


3 AUG 2023 AT 11:38

मेरी पसंद कैसी है.....
क्या जिक्र बीती बात का, तेरे सच्चे जज्बात का,
उस सत्यता के जात का,
छोड़ इन सब बातों को,
तू आईना देख और फिर बता मेरी पसंद कैसी है।।
छोड़ इन सारे किस्से को, जीवन के बुरे हिस्से को,
और, किसी के दिए घिस्से को,
आईना देख और फिर बता मेरी पसंद कैसी है।।
छोड़ किसी के दिए वादे को, उसके बुरे इरादे को,
और, उस शतरंज के प्यादे को,
आईना देख और फिर बता मेरी पसंद कैसी है।।
उसका कोई ईमान न था, या कह ले वो इनसान न था,
जो कर सका तेरा मान न था,
तु सब छोड़,
आईना देख और फिर बता मेरी पसंद कैसी है।।

-


24 JUL 2023 AT 22:36

कुछ उम्मीदें हैं,
जो हर-सू नहीं होती।।
उसमें से एक तू है,
जो रू-ब-रू नहीं होती।।

-


13 JUN 2023 AT 15:28

जहाँ जाता हूँ, अपनी यादें ले कर आती हो,
जब महसूस करता हूँ यादों में,
तो फिर छोड़ कर चली जाती हो।।
अफसोस हुआ पर दुःख नहीं,
कि,
मुझे एहसास था कि, झूठे सपने दिखाती हो।।
पर, इसीलिए तो तुम मुझे सबसे ज्यादा भाती हो,
कि, कितने सच्चे दिल से झूठी कसमें खाती हो।।
Collaborated with Tehjeeb Haafi...

-


12 JUN 2023 AT 23:11

बरसों सीँचा था जिस पेड़ को प्यार से हमने,
फूल के नाम पर, उसमें खिला कुछ नहीं।।
इस प्यार के बदले,
हमने भी बस प्यार ही तो चाहा था,
अंततः इस बार भी हमें मिला कुछ नहीं।।
और,
हम तो बस इसीलिए चुप हैं कि, तमाशा न बने,
वो समझते हैं, कि हमें उनसे ग़िला कुछ नहीं।।

-


Fetching Abhishek Gautam Quotes