सुना है, युद्ध में हमेशा दोनों तरफ़ को कुछ नुकसान हुआ है, एक तरह से हर किसी को कुछ न कुछ गवाना पड़ता है। परंतु इस मन के युद्ध में ना जाने कितनी बार खुद से ही जीत कर खुद को ही हराना पड़ता है।
एक समुद्र बसा होता है मौन की गहराइयों में जिस पर नियंत्रण पाना मुश्किल तो हो सकता है परंतु असंभव नहीं मैंने मौन को समुद्र की गहराइयों में भी नापा है और एक साधु की साधना में भी पाया है
हमारे माता-पिता हमे अपनी उंगली पकड़कर विद्यालय तो ले आते हैं, परंतु वह एक अध्यापक है, जो जो हमे बिना किसी सहारे के इस दुनिया के साथ सर उठाकर चलना सिखाता है।