ख़ाक भी जिस जमी का पारस हैं कुछ ऐसा ये शहर बनारस हैं
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अर्ज किया है
तेरे बिना मोहब्बत में सन्नाटा है तू ही मेरी चाय तू ही मेरा पराठा है-
Teri reels ke upload se ...
Meri life ki story jinda hai...
Tu aaj phir kuch upload karegi...
Mai aaj phir ek haseen sapna dekhaunga ...
Hope you don't mind !-
कुछ उस किताब सा हूँ जो दिखती खामोश है लेकिन अपने अंदर लाखों बेचैनियां और लाखों स्थितियों को समेटे हैं
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सरकारी सेवाएं सी हैं तुम्हारी यादें
चर्चा खूब होती हैं पर मिलता कुछ भी नहीं-
आज का सबक ....
जिन्दगी में कुछ नया नहीं है करने को ?
रोज मेरे प्रोफ़ाइल में आकर लाईक, कॉमेंट और शेयर किया करो
नोट : यह लाभ उठाने से पहले फ़ॉलो करना ना भूलें मित्रों-
हल्की सी जिन्दगी भारी सा बोझ
पैदा हुऐ थे एक बार मर रहे है हर रोज 😔-
जिद्द कर बैठी है ज़ालिम कल से मेले मे जाने की
डर रहा हूँ कहीं उसे देख कर ही मेला ना लग जाये-