अकेला इंसान हूँ मैं,
मुझे पूरी दुनियाँ नहीं चाहिए,
अपने पैरों पे खड़े हो जाऊँ
बस उतनी जमीन चाहिए॥-
शायरी खुद में एक मुहूरत है।
उसे कोई चाहे,न चाहे,पर शायरी... read more
कितनी अजीब हो गई है ये "जिंदगी",
दूसरों की जान पर तुल गई है ये "जिंदगी",
इन्हें न कल की फ़िक्र है न आज की,
अपने में मगन हो गई है इनकी "जिंदगी"॥-
मंजिल बड़ी है तो फिर इरादा
मजबूत होनी चाहिए..
औरों का हो ना हो खुद पर विश्वास
अटूट होनी चाहिए..-
पूछता हूँ मैं खुद से ही...
कि क्या हूँ मैं...
क्या हूँ मैं❓
कौन हूँ मैं❓
अनन्त हूँ या हूँ शून्य...
क्या मायने हैं मेरे होने के❓
फिर खयाल आता है कि...
शून्य में ही छिपा अनन्त है...-
बिखरा मैं हूँ पर तू
संभल जा...
डूबा मैं हूँ पर तू
तो ठहर जा...
झूठे वादे करके
उम्मीद नहीं बनूंँगा
तेरा
प्यार तू उसे कर जो
कदर करता हो तेरी
एक बात बता दू
आशिक़ी सिर्फ लड़कियाँ
नहीं निभातीं...
मैं तो "अभिषेक" हूँ
दोस्ती में कोई कसर
नहीं छोड़ता हूँ...-
हालातों से घबराकर
अपने लक्ष्य से घबराना क्या
जब ख्वाहिश कुछ बड़ा करने की
तो मेहनत से डरना क्या......-
जो छूट गया हाथों से
फिर से उसे भूला दूँ ,
सिसक रही जो कसक
उसे कैसे करार दूँ ,
जी तो चाहता है
वो वक़्त जो बीत गया
उस वक़्त में लौट कर
वक़्त को सुधार दूँ॥-
कुछ ऐसा करो भोले के दिल में
तुम्हारा एक मुकाम हो जाए,
कुछ ऐसा करो भोले के मुस्कान में
तुम्हारा अफसाना ठहर जाए,
कुछ ऐसा करो भोले के अफसाने में
तुम्हारा वजूद रह जाए,
कुछ ऐसा करो भोले की वजूद और
तुम्हारे वजूद में सफ़रनामा तुम दोनों
का साथ हो जाए...
🙏देवों के देव... महादेव🙏-
हैप्पी क्वारंटाइन
किसी और को पका नहीं सकते
इसलिए खाना पका रहे हैं,
अपना दुख नहीं सुना सकते
तो अपना प्लेलिस्ट सुना रहे हैं,
जबर्दस्ती के योगा स्किल्स
अपने पड़ोसियों को दिखा रहे हैं,
एक मोबाइल को तरस रहे हैं,
पर खुद को व्यस्त बता रहे हैं,
एमेज़न प्राइम का सब्सक्रिप्शन है नहीं
पर दोस्तों को लूडो में हरा रहे हैं,
किसी और का स्टेटस
अपने स्टेटस पे लगा रहे हैं,
अंदर से बहुत परेशान है
पर सबको, घर पर रहना बता रहे हैं।-