निगाहों में बसने वाले तो लाखों मिलेजो रुह में समा जाएँ वो हमनवा न मिला - अभि:एकतन्हामुसाफ़िर
निगाहों में बसने वाले तो लाखों मिलेजो रुह में समा जाएँ वो हमनवा न मिला
- अभि:एकतन्हामुसाफ़िर