ज़मीं का एक सितारा आसमान ढूँढ़ता है वो अपनी ज़िन्दगी में एक मकाम ढूँढ़ता है,
बड़ा बेचैन सा रहता है आजकल अक्सर ज़रा सुकून, ज़रा सा आराम ढूँढ़ता है,
दिल किसी चीज़ में लगता तो नहीं है लेकिन दिल लगाने के बहाने तमाम ढूँढ़ता है,
उसके कुछ क़ायदे दुनिया से जुदा हैं बिल्कुल वो एक शख़्स में सारा जहान ढूँढ़ता है।-
Abhisek yadav
(Abhisek yadav(sarkaar))
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Joined 15 March 2021
23 FEB 2024 AT 19:23
28 JAN 2022 AT 0:15
यू रातो को सिकस्त न दिया करो अपने फरेबी ख्वाबो से अब सोना है मुझे थक गया हूं मैं खुद के ही झूठे वादो से...
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27 JAN 2022 AT 23:52
एक काम कर , ख़्वाहिशो की छत से हकीकत की ज़मीन पर कूद कर देख ,जमीन और आसमान का अंतर एक वक्त में समझ आ जाएगा...
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17 JAN 2022 AT 23:48
17 JAN 2022 AT 23:37
वो एक बात जो मुझ्े तुम्हारे लिए सबसे कहना है,
की अब मुझे किसी और का नहीं होना
बस केवल और केवल तुम्हारा ही बन कर रहना है ....
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15 JAN 2022 AT 21:36
यहां अपने नहीं सुनते दिलो की ख़्वाइशें
और तुम गैरो से उम्मीद करते हो,
बरखुरदार किस जमाने में जी रहे हो, ✨
यहां किसी को फरक नहीं पड़ता
की तुम किस तरह जीते या मरते हो...✨-
5 JAN 2022 AT 21:18
जनाब 😊
लोग मुझसे कहते हैं कि मेरे हाथ थंडे बहुत है
वो दरसल बात ऐसी है
की पैसो की गरमी अभी तक आई नहीं है...🙏-
28 DEC 2021 AT 0:06
किसी से कुछ कहने से बेहतर दो आंसुओं की बुंदे गिरा कर खुद को सम्भाल लेना ज्यादा ठीक है
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