इश्क़ करने की ग़लती की बस यही इक सजा है,,!!
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दिल की पीड़ा को
लफ़्ज़ों में ढाला है मैंने,!
हर मुस्कान के पीछे
तूफ़ान पाला है मैंने,,!!
दुनिया समझे न समझे,
पर ख़ुद से छुपाया नहीं,!
ज़ख्मों को भी इबादत
बना डाला है मैंने,,!!-
विजयदशमी की मंगलमय हार्दिक शुभकामनाएँ।
आपके श्रीकमल चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम।
माता रानी की असीम कृपा एवं आपके दिव्य आशीर्वाद से नवरात्रि का व्रत सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ।
प्रार्थना है कि सदैव आप पर माताश्री की कृपा बनी रहे और जीवन धर्म, शक्ति व विजय के मार्ग पर अग्रसर हो।
Heartfelt greetings on this auspicious Vijayadashami.
May the Divine grace guide your life always on the path of Dharma, Strength, and Victory.
🙏सादर🙏
- अभिनीत ओनम!-
टूटकर चाहा था उसे,
टूटकर चाहूंगा उसी को,
"ओनम" मेरी मोहब्बत
का सच यही है–
कभी शिकायत नहीं,
सिर्फ़ मोहब्बत ही है,,!!-
गुरु! आप ही दीपक, आप ही दिशा,!
आप ही जीवन की पावन आशा,,!!
अज्ञान तम में डगमगाती मेरी नैया,!
आपने ही पहुँचाया साहिल का छाया,,!!
आपका ज्ञान वेद-गीता समान,!
आपका आशीष अमृत का दान,,!!
तहेदिल से वंदन करूँ चरणों में,!
जीवन समर्पित करूँ वचनों में,,!!
हे गुरु! आप ही पथ-प्रदर्शक,!
आप ही मेरे जीवन के संरक्षक,,!!
नमन स्वीकारें शिष्य का प्यारा,!
चरणों में बसे ओनम संसार सारा,,!!-
🙏गणेश चतुर्थी की मंगलकामनाएँ🙏
देवों के देव महादेव के पुत्र भी तुम ही हो,,!
शिव–शक्ति के अनंत स्वरूप भी तुम ही हो,,!!
विघ्नविनाशक, सुखकर्ता, दुखहर्ता,!
हर श्वास में, हर आस में बसते तुम ही हो,,!!
सर्वप्रथम पूज्य, गौरी के लाडले,!
सिद्धि विनायक, मंगलमूर्ति अद्वितीय,,!!
जहाँ भक्ति है, वहाँ शक्ति है,!
और उस शक्ति का आधार तुम ही हो,,!!
हे प्रिय गणेशा,
तुम्हारे चरणों में है सब कुछ,,!
तुम ही हो मेरा सर्वस्व –
तुम ही हो सब कुछ मेरे गणेशा,,!!-
थक गए हो गर खुद को जला के दुनियां में
उजाले के लिए,,
अंधेरे से मिलना कल के लिए
जरूरत होता है,,!!-
वो एक रात मेरी पूरी
ज़िन्दगी में उतर गई है,!
बाहों में सिमट कर तू
रगों में बिखर गई है,,!!-