"मरने पर न होगा एक भी शिकवा किसी को,
जिंदा रहने पर तेरे फिर मलाल हजार क्यों।"-
sc - abhinavtuteja
insta- boy_who_never_been_noticed
"थोड़ा आहिस्ता से गुजर ऐ जिंदगी,
इस रफ्तार से जिम्मेवारियां अधूरी रह जाएंगी।"-
ये मर्ज, ये बिगड़े हालातों में मैं इस कदर घिरी पड़ी थी,
खिलता फूल होकर भी बगीचे का मैं बिगड़ी पड़ी थी,
टूटती टहनी को इस कदर संवारा किसी अजनबी ने,
उसके आने से पहले मानो ये दुनिया उजड़ी पड़ी थी,
ताउम्र रहेगा तू याद फिर ये जिंदगी भर का साथ हो न हो,
एक शख्स ने संभाला है उस वक्त जब मैं पूरी बिखरी पड़ी थी।-
ये मर्ज, ये बिगड़े हालातों में मैं इस कदर घिरा पड़ा था,
बगीचे में होकर भी कोई फूल जैसे बिगड़ा पड़ा था,
टूटती टहनी को इस कदर संवारा किसी अजनबी ने,
उसके आने से पहले मानो सब कुछ उजड़ा पड़ा था,
ताउम्र रहेगा तू याद फिर ये जिंदगी भर का साथ हो न हो,
एक शख्स ने संभाला है उस वक्त जब सब बिखरा पड़ा था।-
फिर ये आसमान ये जमीन कहां किसी काम के रहे,
हमारा न हो सका कोई, न हम किसी काम के रहे,
मंजिल तक पहुंचे तो उसे पाने की ख्वाइश न रही,
घर में अपने न रहे, फिर ये मकान कहा किसी काम के रहे।-
"हाथ कहता है लिखी है कामयाबी इन लकीरों में,
मैने देखी है राजाओं की खूबी इन फकीरों के,
किरदार बदल जाता है इन्सान का वक्त बदलने पर,
नई कमाई दौलत का गुरुर दिखता है इन अमीरो में।"-
मर मिटते थे जो कभी आज नुकसान हो गए हैं।
रास्ते जो चुने थे वो सारे ही सुनसान हो गए हैं,
भेजी हुई चिट्ठियां आज भी जवाब मांग रहीं हैं,
जान कर भी आज एक दूसरे से अनजान हो गए है,-
राते फिर सवेरो से और लंबी होती चली गई,
वक्त तो चलता रहा मगर सन्नाटो का अंधेरा ठहर सा गया।
मंजिलों से दूरियां इस कदर बढ़ती चली गई,
उम्र तो गुजर रही है मगर जिंदगी का सफर ठहर सा गया।-
"एक दौलत है जो उम्र भर दौड़ाएगी,
एक सुकून है जो सिर्फ रुकने से मिलेगा।"-
"एक उम्र भर का तमाशा है ये जिंदगी "अभिनव",
भूल जाता है इंसान खुद को किरदार बदलते–बदलते"।-