नफ़रत का बाज़ार न बन फूल बन तलवार न बन रिश्ता - रिश्ता लिख मंज़िल रस्ता बन दीवार न बन कुछ लोगों से बैर भी ले दुनिया भर का यार न बन अपना दर ही दार लगे इतना दुनियादार न बन सब की अपनी साँसें हैं सबका दावेदार न बन कौन ख़रीदेगा तुझको अंग्रेज़ी का अख़बार न बन