Tum Chate ho aag bhi Jale aur dhuwan na ho yani Ishq bhi ho aur shaad aur fanna na ho!
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अकेले हमारी ही
गलती नहीं थी,
जब नजरें टकराई थी तब
मुस्कुराए तुम भी थे।।-
सोचा था हर मोड़ पे आपका इंतजार करेंगे
पर कमबख्त ये सड़क सीधी निकली।।-
नारी
मैं गौरी हूं , मैं काली हूं
मैं ही मां तुम्हारी हूं
मैं गिरिजा हूं , मैं भूमिजा हूं
मैं ही शिव की प्यारी हूं।
मैं ब्राहाणी, मैं रुद्राणी
मैं सागर दुलारी हूं।
मैं चक्र हूं, मैं त्रिषूल हूं
मैं ही खड्ग दुधारी हूं।
पल में सब भस्म कर दे जो
मैं ही वो चिंगारी हूं।
मैं ही शक्ति, मैं ही भक्ति
मुझ में ही तेरी आस्था हैं
सुन ऐ मानव, मत बन दानव
मैं दानव संहारनी हूं।-
अजीब ख़ामोशी हैं इस शहर में,
हर कोई चेहरे पर हसी और,
दिल में कफ़न छिपाए बैठा हैं।-
जब कश्मीर की गोद में हम
खून से रेखा खींचे थे
वो हिन्द फौज के सभी जवान
बब्बर शेर और चीते थे ।।
आज के ही दिन वो वीर सैनानी
कारगिल संग्राम जीते थे।।-
आशू की बूंदों से सात समंदर हरे हैं।
जब मेहंदी वाले हाथो ने मंगलसूत्र उतरे हैं।।-
इस मोहब्बत कि राह में...
ज़रा क़दम संभाल के रखना।।
यहा पलकों पे चढ़ाया जाता हैं...
नज़रों से गिराने के लिए।।-
ये जिंदगी के हादसे
अक्सर दिलो को तोड़ देते है।
मजिलो की बात करने
वाले अक्सर बीच रास्ते साथ छोड़ देते हैं।।-