पहला,
सच में अनमोल होता है न,,
जैसे बच्चे का पहली बार रोना
और माँ का मुस्काना
सावन की पहली बूँद का
कलियों से मिल जाना
कॉलेज का पहला दिन
सज-धज के जाना
दुल्हन का पहला खीर बनाना
या घाट पर खड़े होकर सुबह आरती गाना
पर तुम्हारा वो पहला स्पर्श
कुछ ऐसा था मानो....
कांन्हा की बंशी को पहला
राधा का स्पर्श मिला हो
रात गयी जमुना किनारे
गोकुल में घुँघरू बजा हो
"जिंदगी " को जिंदगी ने
खिलकारी से छेड़ दिया हो
सागर में खोकर नदियों ने
होना अपना महसूस किया हो
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