मेरी जिंदगी की क़िताब केहर पन्ने में महक तेरी है,मैंने इस क़दर जिया है तुम्हें।। -
मेरी जिंदगी की क़िताब केहर पन्ने में महक तेरी है,मैंने इस क़दर जिया है तुम्हें।।
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वो मुझसे इस क़दरमोहब्बत जताती थी,मुझसे नजर मिलने परवो अपनी नज़रे झुकाती थी। -
वो मुझसे इस क़दरमोहब्बत जताती थी,मुझसे नजर मिलने परवो अपनी नज़रे झुकाती थी।
अब से नहीं रोऊंगा तेरे खातिर,अब समझा दिया है दिल को मैंनेकि तू अब इसके काबिल नहीं। -
अब से नहीं रोऊंगा तेरे खातिर,अब समझा दिया है दिल को मैंनेकि तू अब इसके काबिल नहीं।
जब कभी वो दांतो तले कंघी दबा करअपने बालों को संवारती थी,नज़रे नीचे झुका कर अपने लटों को कानो के पीछे डालती थी,कसम से, मेरी जिंदगी तो वहीं ठहर जाती थी।। -
जब कभी वो दांतो तले कंघी दबा करअपने बालों को संवारती थी,नज़रे नीचे झुका कर अपने लटों को कानो के पीछे डालती थी,कसम से, मेरी जिंदगी तो वहीं ठहर जाती थी।।
वक़्त बे वक़्त जो तुम मुझसे बेवज़ह लड़ा करती थी,आज उन्हीं लड़ाइयों को फिर से लड़ना चाहता हूं मै।। -
वक़्त बे वक़्त जो तुम मुझसे बेवज़ह लड़ा करती थी,आज उन्हीं लड़ाइयों को फिर से लड़ना चाहता हूं मै।।
अश्क भी तुमसे,इश्क़ भी तुमसे।। -
अश्क भी तुमसे,इश्क़ भी तुमसे।।
जिससे बातें किए बिना नहीं गुजरता था एक भी दिन,आज उसके बिना महीनों गुज़र गए।। -
जिससे बातें किए बिना नहीं गुजरता था एक भी दिन,आज उसके बिना महीनों गुज़र गए।।
इश्क़ बहुत ही लाईलाज बीमारी है साहेब , मिल जाए तभी आशिक़ पागल हो जाते है और नहीं मिले तब भी । -
इश्क़ बहुत ही लाईलाज बीमारी है साहेब , मिल जाए तभी आशिक़ पागल हो जाते है और नहीं मिले तब भी ।
And all those dreams shattered in a second. -
And all those dreams shattered in a second.
शायद अब ,तुम मेरी कभी ना हो,पर तुम्हें यूं सोचना सुकून देता है। -
शायद अब ,तुम मेरी कभी ना हो,पर तुम्हें यूं सोचना सुकून देता है।