Abhi Mishra   (Abhi)
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Joined 14 May 2020


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Joined 14 May 2020
21 JAN AT 19:39

मिलन से पहले की असीम पीड़ा..!!!
💔💔

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13 JAN AT 20:51

आत्म मंथन का सर्वोत्तम समय!!

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26 NOV 2024 AT 15:19

बुराई याद रखता है, अच्छाई भूल जाता है,
मन में फरेब लेके, गीता पर हाथ रखकर झूठा सच्चाई की कसमें खाता है.........

इस दौर-ए-अदाकारी के जमानें की क्या मिसाल दूँ साहब,
आज कल इंसान अंदर से कुछ और होता है बाहर कुछ और दिखाता है,

बड़ी देर लगी तुमको ये समझने में धीरज,
ये कलयुगी मानव है हर कोई बस अपने मतलब से ही रिश्ता निभाता है........!!!!!
(A💔

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17 NOV 2024 AT 0:00

जिंदगी के उतार-चढ़ावो से डर गए होते,
जर्रा- जर्रा टूट के बिखर गए होते..............
ये कागज-कलम और दवात से नाता यूँ ही नहीं हमारा,
गर शायरी न बनती सहारा हम कब के घुट के मर गए होते........!!!!!!!
A(💔

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8 NOV 2024 AT 11:16

मेरी आँखों में अब तक नमी सी है,
तेरी यादें अब भी मेरे दिल में बसी हैं.........
अंदाजा भी न लगा सकोगी तुम मेरे दर्द-ओ-गम का,
आज बस इतना ही मेंरे पास भावनाओं की इंतेहा और शब्दों की कमी सी है....!!!!!
(A💔

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24 OCT 2024 AT 19:29

मेरे हिस्से में गर तेरी बेवफ़ाई न आती.......
मेंरे जीवन में कभी उदासी भरी शाम न आती..!!!
(A💔

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24 OCT 2024 AT 15:49

दो नाँवों की सवारी, दोगलों से यारीं,
और,
बिना मतलब की उधारी, कभी भी आपकी जीवन नौका को डुबों सकती हैं........!!!!!!
A(💔

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18 OCT 2024 AT 0:49

लोगों से ये सुना तो था कि मगरुर है तू,
जाने किस चीज के मद में चूर है तू..........

कयों देख नहीं पाता बेपनाह मोहबबत मेरी आँखों में,
जाने इस कदर भला कहाँ मसरुफ है तू...!!!!!

A(💔



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13 OCT 2024 AT 15:44

दिल में हजारों गमों को दबा रखा था,
लड़का होने का भृम बना रखा था..........

अपनें ग़ुरूर में तुम देख नहीं पाये शायद,
अपनी आँखों में उसने आँसुओं का शैलाब छुपा रखा था............!!!!!!!!!!

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14 SEP 2024 AT 0:54

मेरे जीवन की खामोशियों में शोर भरते हैं,
मेरे जखमों को हर दम हरा रखते हैं...........

पता नहीं अदा करते हैं क्यों दोस्ती में दुश्मनी की रशमें,
पर जो भी जैसे भी हो ये सब मेरे दोस्त अच्छे है.!!
A(💔

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