कर्ज है तुम्हारा चुकाना तो पडेगा
अपनी मोहब्बत में ना सही
किसी ओर की मोहब्बत में
तुमको रुलाना तो पड़ेगा-
मोहब्बत भी क्या गजब है
जिसे देखते है छुप छुप कर
उसके सामने आजाने पर
पलको को छुकना पड़ता है-
अगर मिले मोहब्बत से फुर्सत
तो हमे भी याद कर लेना
अभी मौसम है सुहाना
चाय की टपरी पर आकर मिल लेना-
दर्द-ए-इश्क़ का हाल कुछ ऐसा है
हर दिल को पता है इसका दर्द
मगर इश्क़ करने का मलाल
छोटे बच्चे की ज़िद कैसा है-
अब दुआ में भी हम उन्हें याद करगे
ऊपर वाले से उनकी मोहब्बत मिलने की फरियाद करगे-
हर कोई उड़ना चाहता है
खुले आसमान में पंछी की तरह
पर किसी को मोहब्बत
तो किसी को जिम्मेदारी रोक लेती है-
कुछ ख़ास है हमारे पास
जो हर किसी के पास नही
"महादेव" है हमारे साथ
ओर किसी के साथ की जरूरत नही-
आखो से आखो का मिलना तो अभी शुरू हुआ है
ये दिल तो हम कब से तुम्हे दे बैठे है-
तुम्हारी एक हँसी ऐसा कमाल कर गई
हमारा दिल एक पल में तुम्हारे नाम कर गई-
ये मोहब्बत भी क्या क्या करती है
रातो की नींद दिन में पूरा करवाती है
ओर जो कभी खेलते थे अपने यारो के साथ
आज वो mere babu ने खाना खाया पूछने के लिए तड़पती है-