इण्डिया ले गया आजादी को, बंदी अभी तक भारत है ,
बिगड़ चुकी है भाषा, भूषा, चरित्र हुआ यहाँ गारत है !
श्रम को तो सम्मान नही, माँड़लिगं पर ईनाम मिले ,
इतिहासकारो ने गुल खिलाये, देशभक्त गुमनाम मिले !
धुल भरा हीरा है भारत, इण्डिया रहे आसमानों में ,…
भारत के तन पर फटे चीथड़े, इण्डिया विदेशी परिधानों में
देह प्रदर्शन करती नारी, ऋषि संस्कृति का कर उपहास
काम शिक्षा की वकालत कर शिक्षा का किया सत्यानाश !
चील और कव्वे का भोजन खाने लगे इण्डिया के लोग
धर्म मोछ सब छूट गये सबको लगा पैसे का रोग !
भारत लड़ता आतंकवाद से,इण्डिया करता समझोते ,
यदि समय पर जाग जाते तो, पाक के मालिक हम होते !
वह देश धरा से मिट जाता है, भूले जो अपने बलिदान ,
निज सस्कृति भाषा-भूषा का, जिसको नही तनिक अभिमान !
इसिलिय कहता हूँ सुन लो , ओं इण्डिया के मतवालों ,
भारत को भारत रहने दो, घर में विषधर मत पालो !
युगों – युगों से चलती आई , धारा कभी न सूखेगी ,
ऋषि संस्कृति के हत्यारों! फिर पीढ़ी तुम पर थुकेगी !!-
जब भी हाथ में कलम आ जाती है, मेरे एहसास खुदबखुद कागज पर उतर आत... read more
मेरे दोस्तों से है एक वादा...
मैं हमेशा तुम सबका साथ निभाऊंगा ….
जो रूठ गया कोई मुझसे..
तो उन्हें दो लप्पड़ लगाकर मैं मनाऊंगा….!
मैं सच लिखने की चाहत में ..
कैसे अपने दोस्तों को भूल जाऊंगा ..!!
कोई गलती भी करे, तो छिपकर उनका साथ निभाऊंगा ….
बाद मे उन्हें सही रास्ता भी मैं दिखाऊंगा...
हुई हे जो पहले गलती उन्हें सही करवाऊंगा...
कोई अगर किसी राह में डगमगाएगा….!
तो मजबूती से हमेशा उनका साथ निभाऊंगा...
कभी खुद को अकेला न समझना यारों...!
मैं हमेशा तुम्हारे साथ नजर आऊंगा ..!!
मैं तुम्हारे साथ था हूँ और रहूंगा...सच कह रहा हूं दोस्तों....
मैं हमेशा तुम सबका साथ निभाऊंगा ..!!
मेरे दोस्तों से है एक वादा...
जीने के साथ साथ मरने के बाद भी..
मैं तुम सब का साथ निभाऊंगा...!!!-
Aasaan Hu Isiliye To Mein Inssan Hu
Naa Hota Aasaan To Mein Haiwaan
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Hum Wo He Jo Kisi Ki Beti Ke Sath Kya Khelenge
Hum To Shadi Ke Baad Pahli Aulaad Beti Hi Magenge-
Apne Man Ki Kitaab Kisi Ke Khol Nahi Sakta
Pata Nahi Koi Samjh Payega Ki Nahi
Agar Nahi Samjha To Mein Kis Layak Bachunga-
आपने कहा कुछ लिखुँ आपके लिये
मगर कैसे कहुँ आपसे की लिखें जाते है दिल से दिल के लिए
किसी के कहने पर यूँही शब्द दिल से बाहर नही आते-
Mere Apne Taraste He Mujhse Baat Karne Ko
Magar Mein Abhaga Mujhpar Samay Kahan He Kisi Apne Ko Dene Ko-
स्त्री एक बेहतरीन मित्र हो सकती है
अगर पुरूष उनमें महबूबा ढूंढ़ना बंद कर दे-