क्षण क्षण में,
कण कण कर,
बहता है लहु,
आज़ादी के हवन में,
घी की तरह,
जलता है लहु,
जो ना कर सके,
प्राण अपने वतन को,
उनकी रुह को,
जलाता है शहिदों का लहु।-
In love with science and food🤩
Hobbies:- photography, sketching, teachin... read more
मगर आना ज़रूर,
कलह करना चाहे चाहे तो बात करना,
कुछ तो करना ज़रूर।
तुम्हें है हक कभी भी आने का,
चाहे देर से आओ मगर आना ज़रूर।
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When both cry in a breakup....either it's society or it's religion 👤
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कल शाम कुछ किस्से छिड़ गए थे,
बातों के साथ साथ जाम बन रहे थे,
जब सोचा कि नाम तेरा ले लूं इस मेहेफिल में मेरी,
देखा तो सब शक्स तेरा नाम ले रो रहे थे।-
मैंने उसकी याद में एक बाग बना लिया,
और किस्मत का खेल तो देखो,
वहां से आजकल आशिक़ फ़ूल चुराते हैं।-
चलो एक रास्ता निकालते हैं,
फिरसे इक-दूजे से वासता निकालते हैं,
तुम मतलबी होकर आना चाहे फिर से इस बार,
वैसे भी ज़्यादातर लोग ऐसे ही ज़िन्दगी गुज़ारते हैं।-
क्या सोचा है उस डोर पर क्या बीती है इतने बरस,
जो तेरे होठों से लगकर कटने का इंतज़ार कर रही है,
क्या सोचा है उन किताबों पर क्या गुज़रती है,
जो अपने पन्नों पर तुम्हारी उंगलियां मेहसूस करना चाहती है।-
ज़रा ज़रा सी रौशनी,
ज़रा ज़रा अंधेरा है,
ये DOUBLE SLIT है जनाब,
यहां WAVE और PARTICLE दोनों का मेला है⚡-