शब्दों के तराजू पर भाव बिकते हैंकवि की कलम के घाव दिखते हैं।-आभा दवे -
शब्दों के तराजू पर भाव बिकते हैंकवि की कलम के घाव दिखते हैं।-आभा दवे
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