Paid Content
-
सूरज में लगे धब्बा, फ़ितरत के करिश्मे हैं
बुत हम को कहें काफ़िर, अल्लाह की मर्ज़ी है-
कफ़स उदास है यारों सबा से कुछ तो कहो कहीं तो बहर-ए-खुदा आज ज़िक्र-ए-यार चले चले भी आओ के गुलशन का कारोबार चले
-
ए झूठ आज शहर में तेरा ही दौर है
शेबा यहाँ सभी का, यही सबका तौर है
ए झूठ तू शुआर हुआ सारी ख़ल्क़ का
क्या शाह का वज़ीर का, क्या अहले दल्क का
ए झूठ तेरे शहर में ताबाई सभी मर जायें, क्यों न कोई न बोले सच कभी
- मीर तक़ी मीर-
Sometimes, The person who is always there for everyone else...
Also need someone to be there for the person too...-
मैं गहरा तमस, तू सुनहरा सवेरा,
मुसाफिर मैं भटका तू मेरा बसेरा,
तू जुगनू चमकता मैं जंगल घनेरा
मैं तेरा...-
धर्म, मज़हब , जात का नशा उसी वक्त खत्म हो जाता है जब हॉस्पिटल में खून की ज़रूरत पड़ती है !
-
The greatest trick the Devil ever pulled was convincing the world he didn't exist.
-