कुछ न रह सका जहां खामोशियां तो रह गईं
तुम चले गए तो क्या कहानियां तो रह गई-
अक्टूबर शुरू हो गया है
रातें लंबी होने लगी हैं
और हवा में खुनकी बढ़ने लगी है
मुझे बहुत पसंद है
सर्दी की पहली दस्तक
सरसराती ठंडी हवाएं
उदासी में डूबी शामें
पत्तों का साखों से गिरना
सूरज की ढलती हुई आखरी झलक
और
रात की तारीकी में बादलों में छुपा चांद
घरवालों की डांट को नज़र अंदाज़ करके घंटों छत पर बे मकसद बैठना
धुंधले आसमानों में उस तारे को ढूंढना जो मेरे साथ आंख मिचौली खेलता है
हां मुझे पसंद है
खुली आंखों से ख्वाब देखना-
Dear sanno baji wish you a very Happy Birth Day
I want to say only one thing on your birthday: Keep smiling till you’ve got those teeth in your mouth 😂-
हम ऐसे मुआशरे में रहते हैं जहां रण्डी की कमाई को हराम समझा जाता है जबकि गरीब लोगों का हक मारने वाला और करप्शन करने वाला धडा धड मिलाद करवाता है मस्जिद में चंदा देता है उमरा करता है लोग उस की कमाई को जायज़ करार देते हुए हाजी साहब कहकर बुलाते हैं
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कहते हैं कानून गरीब का रखवाला है
सब झूठ कहते हैं
ये कानून गरीब का रखवाला नहीं बल्कि कोठे पे बैठी वो रण्डी है जो अमीर को तो मयस्सर है लेकिन बगैर पैसे वाले की तरफ देखना तो दूर इस पर थूकती है
साआदत हसन मंटो-
दूसरों की वफादारी पर सवाल उठाने से पहले
खुद की वफादारी तो साबित करिए जनाब-
तुझे बिछड़ना है तो इस दिसम्बर में बिछड़ जा
सुना है दिसम्बर के बिछड़े फिर कभी नहीं मिलते-
मुझे लगता है खूबसूरती मर्द को चंद लम्हों के लिए मुतास्सिर करती है असल मोहब्बत वो औरत के हुस्न अखलाक और उसकी बातों से करता है
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ये दीपावली आपकी जिंदगी को भी दीपावली के दीयों की तरह रोशन कर दे
ये दिवाली आपको एक नई आशा दे
ईश्वर आपके और आपके परिवार की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं 🪔🪔🪔🪔-
ये दीपावली आपकी जिंदगी को भी दीपावली के दीयों की तरह रोशन कर दे
ये दिवाली आपको एक नई आशा दे
ईश्वर आपके और आपके परिवार की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं 🪔🪔🪔🪔-