रखा है तुझे दुनियादारी के दायरे के बाहर, हिसाब नहीं रखता हु तेरी यादों का हर पहर। - ARSH
रखा है तुझे दुनियादारी के दायरे के बाहर, हिसाब नहीं रखता हु तेरी यादों का हर पहर।
- ARSH