इश्क़ वो सिढ़ी है, जिसपे चढ़ना हर युवा का ख्वाब होता है, जो सकुशल चढ़ जाये, वो अपने आप में एक नवाब होता है, जो राह में अटके वो देवदास, और फिसले तो ग़ालिब हो जाए और जो राह से भटक जाए, जिस्म की खाई में गिरकर उसका जीवन खराब होता है!
हैवानियत की हदे पार कर इंसान अब पुछता है भगवान कहा है, प्रकृति को तार-तार कर इंसान अब पुछता है भगवान कहा है, मदद के लिए निकला भगवान भी सोच रहा होगा, यार इस धरती पर अब 'इंसान' कहा है?
ज़िन्दगी में कभी प्यार का इंतजार मत करना, और मिल जाये तो इंकार मत करना । लेकिन निभा सको तो ही करना मोहब्बत, वर्ना चंद लम्हो के लिए, किसी की ज़िन्दगी बर्बाद मत करना ।।
अपनी यादों को संभालो जरा, क्यों चलती मेरे साथ-साथ है? अपनी यादों को संभालो जरा, क्यों चलती मेरे साथ-साथ है, और आना ही है तो ज़िन्दगी में आओ यूँ ख्वाबों में आना भी कोई बात है?