गीता-बाइबल-कुरान करती हु सबका सम्मान मैं भारत का अभिमान व्यापकता देख विश्व हैरान लोकतंत्रता-संप्रभुता से है मेरी पहचान ।।....मैं हु भारत की सर्वमान्य संविधान.... ।।
.....कैसे मान लूं..... अन्न की इज्ज़त करते हो तुम...? ये जानते हो की करोड़ो भूखे सोते है, बच्चे एक-एक दाने के लिए रोते है, अरे ये ना मिले तो जाने कितने जिंदगी खोते है, बावजूद इसके अन्न छोड़ते हो तुम....!!!
।। जब-जब दुनिया में संस्कारो और संस्कृति की परिभाषा लिखी जाएगी... तब-तब मस्तिष्क मे उनके... सर्वप्रथम मेरे देश... इसके लोग और त्यौहारों की ही तस्वीर आएगी ।।🇮🇳