जो चाहा था उन्होंने वो काम हो गया...
मैं मोहब्बत में फिर से नाकाम हो गया...
मेरी कोशिश थी उन्हें छुपाकर रखने की...
इसी कोशिश में, बेपर्दा मैं सरेआम हो गया...
और एक नाम के पीछे भागते भागते...
वो मासूम सा शख़्स बदनाम हो गया...
कैसे रोकता उन्हें हुस्न-ए-नशे में डुबने से...
वो कतरा उसमें जा गिरा और जाम हो गया...
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*जय भवानी*
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*Welcome to my profile*☺️
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*Rajputani*⚔️
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*Cake murder 30Se... read more
सर ढकने को जो अपने सर का बोझ बतातीं है
बुजुर्गों की सेवा करने में जिनको घिन आती है
तुम्हारे मां पापा से जो तुमको अलग करवातीं है
मेरी जां लड़कों को भी वही लड़कियां भाती है
सादगी से भरपूर लड़की कहां तुमको समझ आती है
पर्दानशी कहां तुम पर वो जादू कर पाती है
करवाचौथ रखने वाली कहां तुमको भाती है
जो माथे पर सजाना चाहती हो वो कहां पसंद आती है
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आज के दौर की महज़ यही सच्चाई है
दौलत के पीछे यहां रुसवा भाई से भाई है...
वो बचपन नायाब था जब मां के प्यार के लिए लड़ते थे
आज तो हर घर में सिर्फ़ पैसे की लड़ाई है...
अगर खुशियों की सौगात हो तो आगे रहता है ज़माना
अगर ग़म की बात है तो आपके हिस्से में तन्हाई है...
अभी रोशनी है तो साथ खड़े दिखते हैं लोग बहुत
उन्हें अंधेरे में मत पुकारना वो सिर्फ़ परछाईं है...
खून ही खून का प्यासा वो भी गैरों के कहने पर
किस पर यकिन करते हो यह ज़माना हरजाई है...
रिश्ते निभाने का हूनर उन बुजुर्गों से सीखिए जनाब
जिन्होंने दौलत ज़रा कम मगर इज्ज़त बहुत कमाई है...
और फकिराना किरदार है कुछ भी पास नहीं मेरे
बस बुजुर्गों का आशीर्वाद है की मेरे लफ़्ज़ों में गहराई है...
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Hello...
नमस्ते...
जय माता की...
कैसे हैं आप सब...
आशा करती हूं अच्छे होंगे...
मैंने अभी कुछ वक़्त पहले ही एक You tube channel start किया है...
जाइए एक बार visit किजिए...
Link आपको मेरी Profile/Bio पर मिल जाएगा...
कोई कमी हो तो मुझे ज़रूर बताइए...
और जिस तरह आपने अपना प्यार और आशीर्वाद मुझे Your quote पर दिया है...
You tube पर भी वैसा ही प्यार और आशीर्वाद दीजिए...
क्योंकी अपनों के प्यार और आशीर्वाद के बिना कुछ भी Possible नहीं...
Thank you guy's...❣️-
जिसकी चमक अंधा कर दें, हमें वो आफ़ताब नहीं बनना
जिसे हर पल तोड़ा जाए, हमें वो ख़्वाब नहीं बनना...
बड़ी-बड़ी बातों के किस्से, हमनें भी सुनें हैं बहुत
सच्चाई से ना जुड़े जिसके आंकड़े, हमें वो हिसाब नहीं बनना...
पैग़ाम आते जाते और टकराते, हमने भी देखें हैं बहुत
किनारे पर पहुंच जो दम तोड़ दें, हमें वो ज़वाब नहीं बनना...
रूह से परेह, जिस्मों का मैयखाना भी चलता है यहां
जिसे हर कोई पी जाएं, हमें वो शराब नहीं बनना...
मोहब्बत की दास्तां, शौक़ से पढ़ते हैं लोग यहां
जिसे अधूरा पढ़ छोड़ दिया जाएं, हमें वो किताब नहीं बनना...
जिस्मों के सौदे होते हैं, बिस्तर की सिलवटें बयां करती है
जो Oyo तक लें जाएं, मोहब्बत में हमें इतना कामयाब नहीं बनना...
कभी इज़हार ए इश्क़ हमसे, कभी कुचल देते हैं पैरों तले
हम कांटे ही अच्छे हैं Julie, हमें वो गुलाब नहीं बनना...
Happy Rose day guy's...🌹-
मेरे वतन को मोहब्बत करने वाला फिर वो परवानां चाहिए
मेरे देश की सरहद बोल उठीं हर घर में दिवाना चाहिए...
उन गौरों को जाकर बेचते होना मियां तुम हूनर अपना
मेरे देश की मिट्टी बोल उठीं मुझे भी मेहनताना चाहिए...
पश्चिम की ओर गए घूंघट उठा और नग्न प्रदर्शन होने लगा
संस्कृति बोल उठीं मुझे राम-सीता वाला वक़्त पुराना चाहिए...
पहले जिस्मों की परिक्षा दो फिर मोहब्बत का सीखों पाठ
अदब सर झुका कर बोली उठीं मुझे श्रीकृष्ण का ज़माना चाहिए...
अकबर महान था लगता है इतिहास के पन्ने कहीं छुपे रह गए
शिक्षा बोल उठीं महाराणा प्रताप भगतसिंह पढ़ा सके ऐसा बहाना चाहिए...
दबे पांव आए थे कुछ जला गए और कुछ ले गए लूट कर
हमारे प्राचीन पुस्तकालय बोल उठे हमें हमारा खज़ाना चाहिए...
आज जो हमारे दिल में मान सम्मान है अपने देश और तिरंगे के प्रति
Julie की क़लम मुस्करा कर बोल उठीं 365दिन यही नज़राना चाहिए...
Happy Republic day...🇮🇳-
मेरे देश की मिट्टी की भी गज़ब की दास्तान है...
चंद लफ़्ज़ों में हो बयां कहां इतनी आसान है...
अतिथि देवो भव: इस वाक्य में छिपा सम्मान है...
मेरे देश में कला संस्कृति का बसता सम्पूर्ण ज्ञान है...
फूट डालकर राज करेंगे, यह समझने वाले नादान हैं...
लूट कर राजा बनेंगे, लगता है बिका हुआ ईमान हैं...
मेरा देश सोने की चिड़िया है,पुस्तकों में मिलता बयान हैं...
हमारी असली धरोहर तो, गीता ग्रन्थ और वेद पुराण हैं...
इस आज़ादी दिवस में, छुपी कई वीरों की पहचान है...
इस आज़ादी दिवस में, उन फरिश्तों का बड़ा योगदान है...
भारत मां के आंचल में, आज भी दफ़न वो निशानं है...
जब हस कर चढ़ा लाल फांसी पर, और हुआ कुर्बान हैं...
धर्म-जाति का भेद नहीं, संग में आरती और अजान है...
दिलों में प्यार बसता है, चाहे सबकी अलग ज़बान है...
हजारों दुर्ग त्योहार व मेले, और चेहरों पर मुस्कान है...
अनेकता में एकता की भाषा, सिखाता मेरा हिन्दुस्तान है...-
माना चारो तरफ मौत के तांडव का हाहाकार है
हर मरीज को स्वस्थ करने की कोशिश बेशुमार है
कोरोना को हराने का जज्बा लोगो में बरकरार है
मासुम बच्चे भी लड़ रहे कोरोना से उन्हें कहां हार स्वीकार है
सोशल मीडिया पर राजनीति अभी भी चल रही जोरदार है
हमारे प्रशासन के निर्णयो में होती खामियां हजार है
एक दूसरे की गलतिया खोजों ऐसा चढ़ा इन्हे बुखार है
यह गलत वह गलत आखिर कौन जिम्मेदार है
जनता हमारी भोली पर राजनेता होशियार है
जनता को मुर्ख बना कर चलता सत्ता का कारोबार है
वैक्सिन बन चुकी तो कोरोना का कैसा पलटवार है
कोरोनाकाल में राजनीतिक सभाएं चल रही यह कौनसा दरबार है
न्यूज़ चैनलों पर सिर्फ मौत के आंकड़ों का प्रचार प्रसार है
क्योंकि इन लोगो की मानसिकता शुरुआत से ही बीमार है
लोगो को सिर्फ डराना इनके पास कहां सकारात्मक समाचार है
इनको मिर्च मसाले के साथ चलाना अखबार है
राजनीतिक दल दिखेंगे चुनावों पर क्योंकी चुनाव इनका त्यौहार है
व्यवहारिक एकता रख हमें ही लड़ना है यह हमारे संस्कार है
सहायता करो उनकी जो मजबूर हो भूखे सोने को लाचार है
क्योंकि चंद सिक्के बचा कर कहां कर सकेंगे हम तुम व्यापार है
धर्म और मजहब को भूल कर उनका भला जो मदद के तलबगार है
तू दुआएं ले उनकी इस बुरे वक़्त का यही एक हथियार है
ईश्वर ने तुझे इस काबिल बनाया तू ही मसीहा तू ही अवतार है
क्षमा अगर अल्फाज़ कड़वे लगे पर हमारे तो ऐसे ही विचार है-
सीता ने अग्नि परीक्षा दे पत्नी धर्म निभाया...
कौशल्या ने माता बन श्री राम जैसा पुत्र जाया...
बिन फेरों के राधा बनी श्री कृष्ण का हमसाया...
और मीरा ने एक तरफा चाहत का अनूठा इतिहास रचाया...
माता पार्वती ने तपस्या कर शिव के हृदय में स्थान पाया...
माता सावित्री के पति प्रेम ने यमराज को भी हराया...
रानी पद्मिनी ने स्वाभिमान के खातिर जौहर को गले लगाया...
झांसी की रानी ने युद्ध करते हुए प्राणों को गंवाया...
हाडी़ रानी ने शीर्ष काट पति को भेंट भिजवाया...
पन्नाधाय ने अपना माता धर्म था बखूबी निभाया...
रुठी रानी (उमादे) ने आत्मस्वाभिमान को चुन जीवन अकेले बिताया...
स्त्रियों की वीरता साहस और त्याग का दृश्य आंखों में उतर आया...
फिर भी मन दुखी हैं क्योंकि स्त्रियों के सम्मान में सुधार नहीं आया...
रात को घर से बाहर जाने में होता है डर का साया...
स्त्री के जिस रूप को लक्ष्मी और दुर्गा बना मन्दिर में बैठाया...
महावारी में उसी स्त्री को अछूता और अपवित्र बताया...
निर्भया और आसिफ़ा जैसी कई लड़कियों का जिस्म नोंच खाया...
कोठे पर जा रात बिता लड़की को बाजारू बताया...
कोठे वाली स्त्रियों को वैश्या और रण्डी कहकर बुलाया...
और एक दिन के लिए मुबारक हो नारी सम्मान का दिन है आया...
Happy women's day ♥️-
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई मिश्रित हिन्दुस्तान है...
हमारे देश के कोने-कोने में गुजं रहा आज हमारा राष्ट्र-गान है...
विश्व में लिखित भारत का सबसे बड़ा संविधान है...
हर बच्चे के मुख पर प्यारे भारत का गुणगान है...
हर भारतवासी भारत माता की संतान हैं...
जाति-पाति का भेद नहीं हर धर्म का यहां सम्मान है...
चौबीस घंटे जल थल तथा वायु सेना के तैनात जवान है...
खेत खलिहानों में खड़ा भारत मां का बेटा किसान है...
जब शून्य दिया भारत ने तभी संभव हुआ गणित का ज्ञान है...
भारत में जन्मे कई वीर पुरुष महान है...
भगत सिंह, महात्मा गांधी, बाबा साहब अम्बेडकर आदि ने दिलाया देश को उच्च स्थान है...
इतिहास उठा कर देखा तो कई वीरों और वीरांगनाओं ने दिया बलिदान हैं...
जो झुके नहीं शीर्ष कटा दिए वो महाराणा प्रताप, झांसी की रानी और पृथ्वीराज चौहान हैं...
देश की धरा को सींचा लहू से और हमेशा माना मां समान है...
और इस देश की रक्षा हम सब का कर्म प्रधान है...
क्योंकी इसकी रक्षा में कई लाल हुएं कुर्बान है...
Happy Republic Day...🇮🇳-