ये पल तो एक रोज़ बीत जाने हैं...
न तुम्हे वक़्त होगा हमसे मिलने का
न हमे होगी फुर्सत, तुमसे बात करने की,
ये जो ज़िंदगी हैं, बस अभी हैं, ये पल तो एक रोज़ बीत जाने हैं...
वह पहला दिन पहली सी बातें, यारो के याराने
बिछड़े हुए दोस्त और उनके संग बिताए
खट्टे मीठे लम्हे, दिल में बस जाने हैं
ये जो ज़िंदगी हैं, बस अभी हैं, ये पल तो एक रोज़ बीत जाने हैं...
देखा था जिसे कभी अज़नबी सा हमने
जिसने न पायी कोई कमी सी हममे,
लम्हे वो बहुत खास बन जाने हैं
ये जो ज़िंदगी हैं, बस अभी हैं, ये पल तो एक रोज़ बीत जाने हैं...
हैं अभी बाकी कुछ दिन, कुछ दिन का हैं साथ
गीले शिक़वे सारे भूलाकर, रह ले हम पास
बिछड़ते वक़्त तो हर किसी की आँख में, अश्रु भर आने हैं
ये जो ज़िंदगी हैं बस अभी हैं, ये पल तो एक रोज़ बीत जाने हैं...
हैं ये पहली सीढ़ी, पहला हैं ये मुक़ाम
गिरती-चढ़ती ज़िंदगी में, आने हैं और कई सलाम
ये मुस्कानें और साथ बिताएँ लम्हात, तुममें घर कर जाने हैं
ये जो ज़िंदगी हैं बस अभी हैं, ये पल तो एक रोज़ बीत जाने हैं...
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