दुख भी दुखी होकर हंसना भूल गया खुशी है मुस्कुराकर भी गम में ढलना ना भूल सकी - आस्था बिष्ट "प्रवाहिनी"
दुख भी दुखी होकर हंसना भूल गया खुशी है मुस्कुराकर भी गम में ढलना ना भूल सकी
- आस्था बिष्ट "प्रवाहिनी"