AarrGee writes   (AarrGee✍🏻)
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Joined 24 April 2020


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Joined 24 April 2020
11 HOURS AGO

I write because when I’m writing
I’m in a World of my own,my quiet paradise

A serene place where I can be anything
Where I can ponder,laugh or cry

Words are my silent companion,my constant ally
They never ask me What,Where,How or Why

I get unconditional support from their side
No need for me to suppress my pain or hide

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17 HOURS AGO

कुछ भी कर लो कितना भी करलो, इक दिन रुला ही देती है

सच तो यही है, खुद के सिवा कोई अपना नहीं यहाँ
गुज़रती हुई ज़िंदगी वक़्त के साथ, इक दिन ये सिखा ही देती है

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8 SEP AT 22:48

वही ख्वाब हो वही हकीकत हो,मोहब्बत हो तो ऐसी हो वरना ना हो 🩷

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8 SEP AT 15:31


ज़मी भी उसकी
आसमां भी उसी का
फूल पत्ते हवाएं
सारा जहां भी उसी का

बस इक वो मेरा
मेरे सिवा ना किसी का
सिर्फ इतना ही तकाज़ा है
मेरी पाक मोहब्बत का ❤️

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7 SEP AT 18:21

Please leave me alone
I don’t want to see you
Or hear from you
Why do you keep remembering me
And come to meet me time and again
You keep knocking my door
Leaving no choice for me
But to open the door and let you in
Kindly forget my name and face
In fact my whole existence….🙄🫢

Not so sincerely
But yours nonetheless 😅🩷

AarrGee 💁🏻‍♀️

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6 SEP AT 18:18

मैं रूठती रहती हूँ उस से
उसका मनाना पसंद है मुझे

मुझे मालूम है मुझे फासला रखना है हमारे दरमिया
फिर भी उसका धीरे-धीरे करीब आना पसंद है मुझे

मैं रखती हूँ अपनी निगाहें कुछ झुकाकर उसके सामने
पर जब नज़र मैं उठाऊँ,उसका एक टक मुझे निहारना पसंद है मुझे

ज़ुल्फ़ उलझी हो न उलझी हो
जो वो सामने हो तो उसको सवारना पसंद है मुझे

वो रुकता नहीं इज़हार करता रहता है मोहब्बत का
मैं रोकती हूँ उसको,पर उसका बार-बार मुझे ये बताना पसंद है मुझे 🩷

-


6 SEP AT 14:30

अब ख़तम भी हो
परेशान हो चुकी दुनिया
अब कुछ रहम भी हो

मुझे मोहब्बत थी बारिश से
अब खौफ सा हो गया है
हर चीज़ हद में ही सुंदर है
ये समझ आ गया है

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5 SEP AT 19:26

कुछ ऐसे गुम हो जाऊं मैं
कोई ढूंढ ना पाए मुझे

बस इन्ही वादियों में खो जाऊं मैं
जिंदगी से परे,बहुत परे

ये दुनिया वाले
बस मुझे तन्हा छोड़ दें

मुड़ न वापस आऊं मैं,उड़ जाऊं मैं
दूर कहीं आसमां तले

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5 SEP AT 10:30

उमर बीत गई मेरी
किताबो को पढ़ते पढ़ते
पर जो सबक 'जिंदगी' ने सिखाए
वो किताबो पर भारी थे

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4 SEP AT 16:15


मेरे लिखे हुए हर लफ्ज़ को पढ़े जो
कोई तो ऐसा हो

इंतज़ार करे, सराहे मेरे अल्फ़ाज़ जो
कोई तो ऐसा हो

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