I write because when I’m writing
I’m in a World of my own,my quiet paradise
A serene place where I can be anything
Where I can ponder,laugh or cry
Words are my silent companion,my constant ally
They never ask me What,Where,How or Why
I get unconditional support from their side
No need for me to suppress my pain or hide
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I can live here, I ... read more
कुछ भी कर लो कितना भी करलो, इक दिन रुला ही देती है
सच तो यही है, खुद के सिवा कोई अपना नहीं यहाँ
गुज़रती हुई ज़िंदगी वक़्त के साथ, इक दिन ये सिखा ही देती है-
ज़मी भी उसकी
आसमां भी उसी का
फूल पत्ते हवाएं
सारा जहां भी उसी का
बस इक वो मेरा
मेरे सिवा ना किसी का
सिर्फ इतना ही तकाज़ा है
मेरी पाक मोहब्बत का ❤️-
Please leave me alone
I don’t want to see you
Or hear from you
Why do you keep remembering me
And come to meet me time and again
You keep knocking my door
Leaving no choice for me
But to open the door and let you in
Kindly forget my name and face
In fact my whole existence….🙄🫢
Not so sincerely
But yours nonetheless 😅🩷
AarrGee 💁🏻♀️-
मैं रूठती रहती हूँ उस से
उसका मनाना पसंद है मुझे
मुझे मालूम है मुझे फासला रखना है हमारे दरमिया
फिर भी उसका धीरे-धीरे करीब आना पसंद है मुझे
मैं रखती हूँ अपनी निगाहें कुछ झुकाकर उसके सामने
पर जब नज़र मैं उठाऊँ,उसका एक टक मुझे निहारना पसंद है मुझे
ज़ुल्फ़ उलझी हो न उलझी हो
जो वो सामने हो तो उसको सवारना पसंद है मुझे
वो रुकता नहीं इज़हार करता रहता है मोहब्बत का
मैं रोकती हूँ उसको,पर उसका बार-बार मुझे ये बताना पसंद है मुझे 🩷-
अब ख़तम भी हो
परेशान हो चुकी दुनिया
अब कुछ रहम भी हो
मुझे मोहब्बत थी बारिश से
अब खौफ सा हो गया है
हर चीज़ हद में ही सुंदर है
ये समझ आ गया है-
कुछ ऐसे गुम हो जाऊं मैं
कोई ढूंढ ना पाए मुझे
बस इन्ही वादियों में खो जाऊं मैं
जिंदगी से परे,बहुत परे
ये दुनिया वाले
बस मुझे तन्हा छोड़ दें
मुड़ न वापस आऊं मैं,उड़ जाऊं मैं
दूर कहीं आसमां तले
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उमर बीत गई मेरी
किताबो को पढ़ते पढ़ते
पर जो सबक 'जिंदगी' ने सिखाए
वो किताबो पर भारी थे-
मेरे लिखे हुए हर लफ्ज़ को पढ़े जो
कोई तो ऐसा हो
इंतज़ार करे, सराहे मेरे अल्फ़ाज़ जो
कोई तो ऐसा हो-